फर्रुखाबाद: नगर पालिका अध्यक्ष के पति एवं एमएलसी मनोज अग्रवाल इस समय शहर के नागरिकों की समस्याओं से मुहं मोड़ते दिखायी दे रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण उस समय नजर आया जब ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अन्तर्गत खोेले गये टेन्डर में मनोज अग्रवाल ने अपनी एमएलसी निधि से चार लाख 67 हजार रुपये का बजट राजेपुर ब्लाक के गौटिया कुबेरपुर की पुलिया बनवाने के लिए तो दे दिया गया लेकिन शहर को बरसात में उबलता छोड़ दिया।
आम जनता ने विकास को मुद्दा बनाते हुए जहां मनोज अग्रवाल की पत्नी वत्सला अग्रवाल को वोट देकर नगर की कुर्सी सौंप दी। लेकिन नगर जिस तरीके से इस वर्ष पूरी बरसात भर तालाब बना रहा ऐसा किसी भी वर्ष में नहीं हुआ। जबकि वत्सला अग्रवाल ने नगर पालिका चुनाव के समय नागरिकों को यह भरोसा दिलातीं रहीं कि उनके गली मोहल्ले की कोई भी नाली व गली कच्ची नहीं रहेगी। सभी चकाचौंध बिजली से चमचमातीं मिलेंगी। लेकिन बिजली की तो बात छोड़िये शहर के अधिकांश मोहल्ले जरा सी बारिश में ही तालाब बन जाते हैं लेकिन इसके लिए नगर पालिका अध्यक्ष व उनके पति एमएलसी मनोज अग्रवाल ने कोई उपाय नहीं किया और शहर वासियों को ऐसे ही बदबू व सड़ांध में छोड़कर नजरें फेर लीं। वहीं उन्होंने आगे की राजनीति को हवा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बनानी शुरू कर दी है। इसी के चलते बीते दिनों ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अन्तर्गत टेन्डर डाला गया। शुक्रवार को टेन्डर खोला गया। जिसके तहत राजेपुर विकासखण्ड के ग्राम सबलपुर से गौटिया कुबेरपुर की पुलिया के लिए मनोज अग्रवाल ने चार लाख 67 हजार रुपये दिये।
वहीं आवास विकास स्थित दुर्विजय सिंह के घर से लेकर जितेन्द्र सिंह के घर तक इंटर लाकिंग ब्रिक के लिए आरईएस द्वारा 8 लाख 9 हजार का बजट पास किया गया।
लोगों का मानना है कि मनोज अग्रवाल को जिस क्षेत्र में अधिक कमीशन मिलता है बस उसी क्षेत्र में उन्हें विकास कार्यों की सुधि आती है। यही बजह है कि शहर से उनकी नजरें फिरीं हुईं हैं।