फर्रुखाबाद: हवालात के अंदर मोबाइल पर बात करने से मना करने पर जरारी सर्राफ लूटकाण्ड के मास्टर माइण्ड एवं एक अन्य हत्या के मामले में निरुद्ध राम मिस्टर सिंह यादव ने साथियों की मदद से 8 अन्य बंदियों को पीट दिया। हवालात के अंदर मारपीट होने से पुलिसकर्मियों में अफरातफरी मच गयी। जिसके बाद पिटे हुए बंदियों को हवालात के बाहर बैठाकर मामले को रफादफा कर लिया गया।
शुक्रवार को सुबह कचहरी में पेशी के लिए राममिस्टर यादव निवासी कटरी धर्मपुर व उनके साथियों के अलावा चंदन, संजय, कुलदीप, सचिन, भोले, सोनू, राजू को कचहरी लाया गया था। कचहरी की हवालात में सभी को एक साथ बंद कर दिया गया। इसी दौरान राम मिस्टर यादव को उनके परिजनों द्वारा पुलिस से साठगांठ करके बात करने के लिए मोबाइल फोन दिया गया। जिसके बाद धारा 307 के आरोप में एक माह से बंद चंदन पुत्र अनिल कुमार निवासी हरिहरपुर थाना राजेपुर ने राममिस्टर यादव से कहा कि उसे भी मोबाइल फोन से बात करा दे। जिससे वह भी अपने परिजनों को कुछ सूचना दे दे। जिस पर राम मिस्टर यादव ने मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनो में विवाद हो गया। जिसके बाद राम मिस्टर यादव ने अपने अन्य साथियों की मदद से चंदन पर हमला बोल दिया। जिस पर चंदन के बचाव में उसके साथी संजय, कुलदीप, सचिन, भोले, सोनू, राजू भी आ गये। जिसके बाद राममिस्टर व उसके साथियों ने संजय, कुलदीप, सचिन, भोले, सोनू, राजू आदि सभी को मारपीट कर चुटहिल कर दिया। जिसको देखते ही पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में मोबाइल फोन को पुलिसकर्मियों ने लेकर राम मिस्टर यादव के परिजनों को सौंप दिया व पिटे हुए चंदन व उनके साथियों को हवालात से बाहर कर दिया गया।
विदित हो कि राम मिस्टर यादव जरारी में की गयी सर्राफा व्यापारी से लूट के मामले में निरुद्ध है। आरोप के अनुसार राम मिस्टर यादव ने ही लूटकाण्ड की सारी योजना बनायी थी। यही घटना का पूरा मास्टर माइण्ड था। वहीं राम मिस्टर यादव पहले से ही चर्चित चेहरा है। यही बजह थी कि पुलिस कर्मियों की शह पर हवालात के अंदर राम मिस्टर को मोबाइल फोन पर बात करने की अनुमति दे दी गयी और इतना बड़ा बबाल हुआ।