फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी की पैनी नजर से भी बचकर लेखपाल ऊपरी कमाई करने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहे हैं। कभी कागज पूरे न होने, कभी आय से ज्यादा आय लिखने की धमकी देकर तो कभी रिश्वत देने पर राजी न होने वाले व्यक्ति का प्रमाणपत्र ही किसी न किसी बहाने निरस्त कर देने की बात आम हो चुकी है लेकिन कार्यवाही करने के नाम पर प्रशासन सिर्फ आश्वासन ही देकर टरका रहा है।
खतराना भगवत प्रसाद स्ट्रीट निवासी अविरल कुमार शुक्ला ने जिलाधिकारी को लिखित में शिकायत की कि उन्होंने अपने लेखपाल को मूल निवास प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था। अविरल ने आवेदन पत्र के साथ राशनकार्ड, वोटर कार्ड की फोटोकापी भी संलग्न की थी। अविरल ने कहा कि लेखपाल ने 500 रुपये की रिश्वत मांगी। मना कर देने के बाद लेखपाल ने बाद में आने की बात कही और कागज रख लिये। इसके बाद उसे जानकारी हुई कि लेखपाल ने अभिलेख लगे होने के बाजवूद भी सामान्य निवास प्रमाणपत्र इस टिप्पणी के साथ निरस्त कर दिया कि निवास संबंधी साक्ष्य आवेदन के साथ संलग्न नहीं किये गये हैं।
अविरल ने जिलाधिकारी से शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने पीड़ित को कार्यवाही का आश्वासन दिया।