कायमगंज (फर्रुखाबाद): सोमवार को डायरिया से पीड़ित गांव रायपुर के लगभग एक सैकडा से अधिक लोगों ने नगर के तहसील रोड़ पर जुलूस निकाल कर जाम लगा दिया। बाद में सीएमओ द्वारा कार्रवाई किये जाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोला व नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
विदित है कि विगत माह में पानी की टंकी से छोडे गये दूषित पानी को पीकर गांव रायपुर में डायरिया से हाहाकार मच गया था। इस ने 5 लोगो को मौत की नींद सुला दिया था। गुस्साये ग्रामीणों ने दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने को लेकर रोड़ जाम किया था। सीएमओ डॉक्टर राकेश कुमार के हस्तक्षेप पर ग्रामीणों ने जाम खोला। सोमवार को ग्रामीणों ने नगर के मुख्य मार्ग से अपनी मांगों को लेकर एक जुलूस निकाला। यह जुलूस तहसील मुख्यालय पहुंचा। जहां उन्होने अपनी मांगों से सम्बन्धित एक लिखित ज्ञापन नायब तहसीलदार नासिर हुसैन को सौंपा।
सोमवार को डायरिया से पीड़ित गांव रायपुर के लगभग एक सैकडा से अधिक लोगों ने नगर के तहसील रोड़ पर जुलूस निकाला। इस जुलूस में लोगों के हाथों मे पट्टिकायें दिखाई पड रहीं थी। इन पट्टिकाओं पर प्रधान अजय भारती के विरूद्ध जांच की मांग की गयी थी। वहीं अन्य पट्टिकाओं पर डायरिया रोग से ग्र्रसित होकर मरने वालो की अखवार में छपी फोटो लगी हुयीं थीं। वह लोग जोरदार आवाज में गांव में सफाई व्यवस्था की मांग कर रहे थे। उनका यह जुलूस तहसील मुख्यालय पर जाकर समाप्त हुआ। जुलूस के साथ आये लोगों ने उपजिलाधिकारी को सम्बोधित एक लिखित मांग पत्र नायव तहसीलदार नासिर हुसैन को सौंपा। इस मांग पत्र में ग्रामीणों ने डायरिया की चपेट में आये मृतकों को शासन से उचित मुआवजा दिलाये जाने की मांग की गयी। इसी के साथ गांव में पुनः स्वास्थय टीम का दौरा कराया जाये। दोषी प्रधान अजय भारती के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाये। टंकी आपरेटर कैलाश के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए उसे हटाया जाये। रायपुर गांव की पानी की बंद आपूर्ति से भारी गर्मी में लोग व्याकुल हो रहे हैं। इसलिए टंकी की सफाई व्यवस्था कराने के बाद शीघ्र पानी की आपूर्ति पुनः चालू की जाये। ग्रामीणों ने यह भी मांग की कि गांव के शुष्क शौचालय तु़ड़वाकर फ्लैश शौचालय बनबाये जाये। इसी के साथ ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए बताया कि अगर हम लोगों को स्थानीय प्रशासन से न्याय न मिला तो तीन दिन के पश्चात ग्रामीण कायमगंज कम्पिल मार्ग पर आमरण अनशन करने को बाध्य होगें। अगर इसके बाद भी प्रशासन न चेता तो विधानसभा लखनऊ जाकर होगा आन्दोलन। इस लिखित मांग पत्र में सैंयद वसीम, आविद, वाईएच खान, मुदिश्सर जमाल, आविद खान सहित लगभग आधा सैकड़़ा से भी अधिक लोगों ने अपने हस्ताक्षर कर मांग पत्र प्रस्तुत किया।