फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बाग लकूला निवासी 50 वर्षीय नरोत्तम शाक्य पुत्र रामचन्द्र की उसके ही पड़ोसी ने प्रातः खेत में जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी और आरोपी मौके से फरार हो गये। मृतक आब से ग्यारह वर्ष पूर्व हुई एक युवक की हत्या का आरोपी था। बताया जा रहा है कि हत्या इसी रंजिश का बदला पूरा करने के लिये की गयी है।
नरोत्तम शाक्य के पड़ोस में ही रहने वाले मुलायम व उसके पुत्र सुरेश व जगदीश के साथ तकरीबन 11 वर्ष पुरानी रंजिश चल रही है। मृतक के पुत्र जयवीर ने बताया कि सन 2001 में मुलायम से हम लोगों का विवाद हो गया था। विवाद भी कोई ज्यादा बड़ा नहीं था। मेरे खेत में मुलायम के जानवर घुसकर फसल खराब कर रहे थे। जिसकी कई बार शिकायत करने पर मुलायम ने कोई सुधार नहीं किया। जिस बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद में मुलायम का एक पुत्र मुकेश तमंचा लेकर मेरे घर पर मारने के इरादे से आ गया था। जिसके साथ मेरी व मेरे पिता नरोत्तम की छीनाझपटी हो गयी। तमंचा लोड होने की बजह से अचानक फायर हो गया था। जिसमें मुलायम का बेटा मुकेश की गोली लगने से मौत हो गयी थी। इसके बाद मेरे पिता नरोत्तम, भाई मुनीश व बाबा रामचन्द्र के अलावा मैं खुद जेल गया।
जेल जाने के बाद राजवीर तकरीबन 90 दिन तक, नरोत्तम व उसका पिता रामचन्द्र, नरोत्तम का पुत्र मुनीश 45 दिन तक जेल में रहे। जिसके बाद सभी जमानत पर रिहा हो गये। जिस बात को लेकर मुलायम का परिवार नरोत्तम शाक्य के परिवार के साथ अक्सर झगड़ा व मारपीट करता रहता था। वर्ष 2004 में भी झगड़ा हो गया था जिसमें नरोत्तम व उसके पिता रामचन्द्र को आरोपियों ने मारपीट कर घायल कर दिया था। तब से नरोत्तम के परिवार पर मुलायम की नजर थी।
नरोत्तम के पुत्र लालू ने बताया कि वह सुबह 6 बजे खेत में शौच कर रहा था उसी दौरान उसके पिता नरोत्तम खेत पर काम करने के लिए निकले तभी पीछे से मुलायम, उसका पुत्र सुरेश व जगदीश के अलावा एक अन्य युवक भी आ गया और नरोत्तम पर लाठियों से हमला बोल दिया। बचाव में नरोत्तम पास में ही बनी जमीदार की मजार की तरफ भाग खड़ा हुआ। जहां आरोपियों ने उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ तीन फायर कर दिये। गोली नरोत्तम के सिर, हाथ व पेट में लगी। जिसके बाद नरोत्तम वहीं छटपटाकर गिर गया। आरोपियों ने नरोत्तम के हाथ से फावड़ा छीनकर उसके सिर पर कई प्रहार कर दिये। जिससे उसका सिर बुरी तरह कट गया। नरोत्तम की मौके पर ही मौत हो गयी और आरोपी तमंचा लहराते हुए फरार हो गये।
सूचना मिलने पर सीओ सिटी विनोद कुमार सिंह, कोतवाल विजय बहादुर सिंह, एसएसआई विग्गन सिंह यादव, कादरीगेट चौकी इंचार्ज राघवन सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी की। चौकी इंचार्ज राघवन ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।