फर्रुखाबाद: पुरुषोत्तमी पूर्णिमा पर घटियाघाट पर प्रातः तकरीबन 3 बजे से गंगा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी थी। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा कोई विशेष व्यवस्था न किये जाने का खामियाजा इलाज कराने आ रहे मरीजों को भुगतना पड़ा। सुबह तीन बजे से लेकर शाम तकरीबन 3 बजे तक घटियाघाट चौराहे से लेकर भले ही रोड पर तकरीबन 8 किलोमीटर लम्बे जाम में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना उन लोगों को करना पड़ा जो इलाज कराने के लिए फर्रुखाबाद शहर आ रहे थे।
घटियाघाट गंगा तट पर स्नान करने के लिए भारी तादाद में उमड़ी भीड़ ने जहां एक ओर पुलिस प्रशासन की नाक में दम कर दिया वहीं प्रशासन की तरफ से पहले तो चंद सिपाही ही वाहन व यात्रियों को पास कराने के लिए पुल पर लगाया गया। लेकिन सुबह के 10 बजते-बजते घटियाघाट पुल पर पैर रखने की जगह तक नहीं बची। जो व्यक्ति सुबह 6 बजे घर से निकला वह दोपहर 12 बजे तक घटियाघाट के पुल तक नहीं पहुंच सका। दूरी महज आठ किलोमीटर की। ऊपर से तेज गर्मी की बजह से जहां धूप से बिल्लाये पुलिसकर्मी यात्रियों पर जानवरों जैसा सलूक किया गया। पुलिस ने जहां बेबजह अपना गुस्सा जाम में फंसे यात्रियों पर निकाला। वहीं धूप में खड़े-खड़े कई यात्री बेहोश भी हो गये। कई बीमार बच्चों को उनके मां व परिजन ठीक समय पर इलाज के लिए पहुंचने के चक्कर में धूप में कई किलोमीटर पैदल चले लेकिन जाम से निकल पाने में असफल रहे। कई घंटे जाम न खुलवा पाने के बाद क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिंह ने मोर्चा संभाला और जाम खुलवाने पहुंचे। तब तक किसी आर्मी अधिकारी की गाड़ी भी जाम में फंस गयी। जिसको निकलवाने के लिए आर्मी के जवान कई घंटे तक मसक्कत करते रहे। जिसके बाद आर्मी की गाड़ी को पास कराया जा सका।