फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने गुरुवार को ठंडी सड़क स्थित नवभारत सभाभवन में जनपद स्तरीय आशा सम्मेलन को संबोधित करते हुए जहां एक ओर आशाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला वहीं दूसरी तरफ जिलाधिकारी ने जनपद में आशाओं के खाली पड़े 200 रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी से इस सम्बंध में सूची मांगी गयी है। सूची मिलने के बाद आशाओं की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जायेगी।
जनपद स्तरीय आशा सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने आशाओं को उनका कर्तव्य याद दिलाते हुए कहा कि बगैर आशाओं की भागेदारी के स्वास्थ्य सेवायें जन-जन तक नहीं पहुंच सकतीं हैं। आशा बहू ही सरकार द्वारा चलायी गयीं योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने की कड़ी है। इस दौरान जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि आशाओं के माध्यम से जन्म के समय शिशुओं की मृत्यु को रोका जा सकता है अगर सही वक्त पर गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण करा दिया जाये।
उन्होंने कहा कि जनपद की 80 प्रतिशत आशा बहुएं अपना काम सुचारू रूप से कर रहीं हैं। 20 प्रतिशत आशा बहुएं काम न करके गर्भवती महिलाओं के साथ खिलवाड़ कर रहीं हैं। काम न करने वाली आशाओं पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने आशा बहुओं से कहा कि वह कम पैसे में अधिक मेहनत करतीं हैैं। इसलिए आशा बहुओं का काम सराहनीय है। डीएम ने दो एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक लाने की व्यवस्था हो जाने की बात कही।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने फीता काटकर व ज्योति प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सीय क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली कई आशा बहुओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में पांच हजार, द्वितीय पुरस्कार के रूप में दो हजार व तृतीय पुरस्कार के रूप में एक हजार की चेक व प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि जनपद में 1198 आशा बहुएं कार्यरत हैं। जबकि 200 आशा बहुओं के पद रिक्त पड़े हैं। खाली पड़े पदों पर अति शीघ्र भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी।