चीन में शनिवार शाम 65वीं मिस वर्ल्ड का फाइनल मुकाबले में मिस वर्ल्ड का ताज चीनी सुंदरी वेनज़ियायू के सर सजा। हालांकि इस प्रतियोगिया में 116 देशों की सुंदरियां भाग ले रही हैं, लेकिन भारत के लोगों की नजर चंडीगढ़ की 21 साल की वान्या मिश्रा पर थी। 30 मार्च 2012 को वान्या ने फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीता था। वान्या पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग की अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। वान्या सेमी फाइनल में पहुंच मिस सोशल मीडिया व ब्यूटी विद ए परपज के खिताब पर ही संतोष करना पड़ा। मिस वर्ड का ताज मेजबान देश की सुंदरी वेनज़ियायू के सर सजा।
दुनियाभर से आई करीब 116 देशों की सुंदरियां इस समय चीन के `भूतहा शहर` कहे जाने वाले ऑरडास में मौजूद हैं। मंगोलिया के भीतरी क्षेत्र में बसे और समुद्री किनारे से करीब 700 किलोमीटर दूर स्थित शुष्क और सबसे कम आबादी वाले शहर ऑरडास में आज मिस वर्ल्ड 2012 प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। सभी प्रतिभागी आज इवनिंग गाउन से लेकर स्विमिंग कॉस्ट्यूम तक में अपना दम दिखाएंगी। ऑरडास स्टेडियम में मौजूदा मिस वर्ल्ड वेनेजुएला की इवियान लूनासोल सारकोस मिस वर्ल्ड 2012 की विजेता को ताज पहनाएंगी।
ऑरडास को माइनिंग सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर चीन के सबसे अमीर शहरों में से एक है। चीन मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन पांच बार कर चुका है। इससे पहले 2010 में हेनान प्रांत में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। 1951 में पहली बार आयोजित हुई इस प्रतियोगिता का ताज स्वीडन की सुंदरी कीकी हाकनसन को पहनाया गया था। 1994 में भारत की ऐश्वर्या राय ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था। अब भारत की नजरें वान्या मिश्रा पर टिकीं हैं। 27 फरवरी 1992 को जालंधर में जन्मी वान्या पीईसी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रोनिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। वह सामाजिक कार्यक्रमों से जुड़ी रही है। वान्या जब बच्ची थी तब वह अपनी मां के साथ मूक बधिर बच्चों के स्कूलों में जाती थी।