प्रधान व हैडमास्टर के विवाद में स्वतंत्रता दिवस पर बच्चे बूंदी से महरूम

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शमशाबाद (फर्रुखाबाद): विकासखण्ड शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम सिकंदरपुर महमूद के प्रधान व हैडमास्टर के विवाद में स्वतंत्रता दिवस पर बच्चे बूंदी से महरूम रह गये। प्राइमरी विद्यालय के प्रधानाध्यापक गोपीचंद ने मासूमों को बिना मिठाई या बूंदी बांटे ही बच्चों को घर भेज दिया। जिससे ग्रामीणों में प्रधानाध्यापक व प्रधान के प्रति खासा रोष रहा।

15 अगस्त व 26 जनवरी को जहां पूरा देश बड़े धूमधाम से तिरंगा झण्डा फहराकर, मिठाइयां बांटकर मनाता है। वहीं प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों में बच्चों को स्वतंत्रता दिवस की खुशियां मनाने के साथ-साथ बूंदी या अन्य मिठाई मिलने की भी आस होती है। लेकिन शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम सिकंदरपुर महमूद में प्रधान कुंवरजीत सिंह व प्रधानाध्यापक गोपीचन्द्र के बीच आपसी व्यक्तिगत विद्वेष के चलते मासूमों को छटांक भर बूंदी से भी वंचित रहना पड़ा। बच्चे अपने तयशुदा समय पर आकर तिरंगा फहराकर चले गये लेकिन विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने बच्चों को बूंदी या अन्य कोई मिठाई वितरित नहीं की। प्रधानाध्यापकों का यह रोना रहा कि प्रधान ने स्कूल में आकर बूंदी नहीं बांटी। प्रधान ने भी स्कूल में जाकर बच्चों की सुधि लेना उचित नहीं समझा।

इस सम्बंध में प्रधान कुंवर जीत सिंह का कहना है कि उन्हें 8 बजकर 10 मिनट पर प्रधानाध्यापक ने सूचना दी। जब उन्होंने स्कूल में जाकर देखा तब तक तय समय से पहले ही झण्डा फहराया जा चुका था। इसके बाद प्राइमरी विद्यालय के प्रधानाध्यापक गोपीचन्द्र व जूनियर विद्यालय के प्रधानाचार्य गंगा सिंह ने बच्चों को बिना बूंदी बांटे ही भगा दिया। जबकि बूंदी का सारा इंतजाम मैंने किया था।

जूनियर हाईस्कूल सिकंदरपुर महमूद के प्रधानाध्यापक गंगा सिंह ने बताया कि प्रधान कुंवर जीत सिंह को एजेंडा बनाकर दिया था। लेकिन उन्होंने मिष्ठान नहीं भिजवाया। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य गोपीचंद ने फोन पर प्रधान को विद्यालय आने की बात कही तो उन्होंने विद्यालय में आने से इंकार कर दिया।