कानपुर| इंडो-कनाडाई पोर्न स्टार सन्नी लियोन के जलवों से भरी फिल्म ‘जिस्म-2’ अपनी रिलीज़ से पहले ही सुर्ख़ियों में छा गयी थी| फिल्म की रिलीज़ से पहले कहा जा रहा था कि फिल्म में भरपूर मिर्च मसाला मिलेगा और साथ ही सन्नी के खूबसूरत जिस्म के दर्शन भी होंगे लेकिन फिल्म देखने पंहुचे दर्शकों के हाथ निराशा लगी है| सिर्फ यही नहीं बात इतनी बढ़ गयी है कि यह मामला कोर्ट तक पंहुच गया है|
कानपुर में ‘सृजनात्मक विकास समिति’ नाम की एक संस्था ने प्रोड्यूसर्स, स्क्रिप्ट राइटर्स, आर्टिस्ट और सेंसर बोर्ड के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है| मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट VIII की कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 200 के तहत दाखिल किये गये मामले में फिल्म की प्रोड्यूसर-डायरेक्टर पूजा भट्ट, स्क्रिप्ट राइटर महेश भट्ट, एक्ट्रेस सन्नी लियोन, को-प्रोड्यूसर डीनो मोरिया और सेंसर बोर्ड को आरोपी बनाया गया है|
संस्था के अध्यक्ष नागेंद्र सिंह गौतम का कहना है कि फिल्म ‘जिस्म-2’ के प्रचार-प्रसार के लिए एफएचएम मैगजीन के मई अंक के कवर पेज पर एक युवती की अश्लील फोटो छपी गई थी| 3 अगस्त, 2012 को जब फिल्म रिलीज हुई, तो उसमें इस सीन का कोई जिक्र नहीं था इसलिए फिल्म के प्रचार के लिए आपत्तिजनक अश्लील दृश्य को माध्यम बनाकर भ्रम पैदा करना धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है|
नागेंद्र के अनुसार, इस मामले में सेंसर बोर्ड ने भी अपने कर्तव्य का ठीक से पालन न करते हुए ‘ए’ सर्टीफिकेट जारी कर दिया है| कोर्ट ने भी मामले को गम्भीरता से लेते हुए शिकायत दर्ज कर ली है, जिसके बाद 18 अगस्त को शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया जाएगा| ऐसे में देखना यह है कि अपनी फिल्म पर सेंसर बोर्ड की कैंची चलने से दुखी पूजा भट्ट इस मुश्किल समय का कैसे सामना करती हैं|