गांव में सपाई वोटर नहीं तो लोहिया ग्राम का चयन निरस्त ???

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फर्रुखाबाद: सपा सरकार के आने के बाद अम्बेडकर ग्रामों की तर्ज पर शासन की ओर से विकास कार्याें में प्राथमिकता के लिए जनपद स्तर पर लोहिया ग्रामों के चयन के निर्देश दिये गये थे। परन्तु जनपद स्तर पर सपाइयों में शायद योजना का मतलब केवल सपाइयों को लाभ पहुंचाना मात्र है। कम से कम जिला पंचायत सदस्य के पति कल्लू यादव की ओर से जिलाधिकारी को सम्बोधित पत्र से तो ऐसा ही लगता है। पत्र में कुछ ग्रामों का लोहिया ग्राम के तौर पर चयन केवल इस आधार पर निरस्त करने की मांग की गयी है क्योंकि उनमें सपाई मतदाता नहीं हैं।

शनिवार को विकासभवन सभागार में आयोजित जिला पंचायत की बैठक के दौरान जिला पंचायत सदस्य गुड्डीदेवी की ओर से जिलाधिकारी को संबोधित पत्र की प्रति उनके पति सपा नेता कल्लू यादव ने मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी। पत्र में लोहिया ग्रामों के चयन पर आपत्ति की गयी है। यद्यपि पत्र में कुछ ग्रामों जैसे समैचीपुर चितार व चौड़ेरा एवं शंकरपुर को गैर आबाद या कम आबादी के आधार पर सूची से बाहर करने की मांग की गयी है। परन्तु इसी पत्र में पट्टी मदारी व जिजौटा खुर्द ग्रामों को लोहिया ग्राम के तौर पर चयनित किये जाने पर केवल इसलिए आपत्ति की गयी है कि वहां पर सपा वोटर नहीं है। पत्र में इन ग्रामों को बदलकर शैदपुर, रहमतदादपुर, कमरुद्दीन नगर, अहिवरन नगला  व अलादादपुर को चयनित करने की मांग की गयी है।