नई दिल्ली। देश में अब तक का सबसे बड़ा बिजली संकट पैदा हो गया है। महज चौबीस घंटे के भीतर ही नॉर्दर्न ग्रिड एक बार फिर फेल हो गया है। इसके अलावा ईस्टर्न ग्रिड और नॉर्थ ईस्टर्न ग्रिड में भी गड़बड़ी आ गई है, जिसकी वजह से आधे भारत में बिजली गुल हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक इस संकट को खत्म होने में चार से छह घंटे का वक्त लग सकता है।
बिजली संकट का असर दिल्ली समेत कम से कम 9 राज्यों में पड़ रहा है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, बिहार, ओडीशा और पश्चिम बंगाल के ज्यादातर इलाकों में बिजली चली गई है। राजधानी दिल्ली का बुरा हाल है। यहां पर मेट्रो पहले पूरी तरह ठप हो गई। हालांकि बाद में ये सेवा 10 मिनट के अंतराल के बाद शुरू कर दी गई।
मेट्रो लाइन ठप होने की वजह से इमरजेंसी बैकअप के जरिये मेट्रो ट्रेनों को स्टेशनों तक पहुंचाकर मुसाफिरों को बाहर निकालने की व्यवस्था की गई। दिल्ली में हर तरफ लाइट पूरी तरह से चली गई जिसका असर सड़क पर भी दिखा। ट्रैफिक सिग्नलों ने काम करना बंद कर दिया और जगह-जगह जाम लग गया।
बिजली संकट का असर ट्रेनों पर भी पड़ रहा है। कम से कम चार सौ ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हो गई हैं। सबसे बड़ी मुसीबत ये पैदा हो गई है कि ईस्टर्न ग्रिड में खराबी की वजह से पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में भी ब्लैक आउट हो गया है। ईस्टर्न ग्रिड में खराबी की वजह से असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों व पश्चिम बंगाल और बिहार में बिजली सप्लाई ठप हो गई है। कोलकाता में कही भी बिजली नहीं है। आधिकारिक रूप से अभी सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया है, पर नॉर्दर्न ग्रिड ने खराबी की बात मानी है।
गौरतलब है कि सोमवार तड़के 2:30 बजे जब ज्यादातर लोग गहरी नींद में थे, तभी नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने से अचानक पूरे उत्तर भारत में अंधेरा छा गया था। करीब 12 घंटे बाद बिजली की सप्लाई पूरी तरह से बहाल हो पाई थी।