फर्रुखाबाद: लखनऊ में मायावती की मूर्ति का सर धड से अलग करने के मामले ने प्रदेश भर में बबाल खड़ा कर दिया है| इसकी आंच दूर दराज छोटे जिलों कस्बो में दिखाई देने पड़ी है| मूर्ति किसने तोड़ी ये अभी ठीक से साफ़ नहीं हो पाया है मगर बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्या ने सपा सरकार से फिर से मूर्ति स्थापित करने का अल्टीमेटम दे दिया है| बसपा के कार्यकर्ता सडको पर उतरे, धरना/ज्ञापन दिया, जाम लगाया और वाहनों में तोड़ फोड़ कर दी| पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमे कई चुटहिल भी हुए|
देर शाम बसपा कार्यकर्ताओ को जैसे ही मायावती की मूर्ति तोड़े जाने की खबर लगी, कार्यकर्ताओ का खून खौल गया| लखनऊ से बसपा पार्टी कार्यालय से सन्देश का इन्तजार किया जाने लगा| जैसे ही प्रदेश मुख्यालय से सडको पर निकल कर विरोध प्रदर्शन करने का फरमान आया पार्टी कार्यकर्ताओ ने एक दूसरे को फोन कर सडको पर निकलने को कहा| कुछ घंटे में ही बसपा के जिलाध्यक्ष अजय भारती और पूर्व जिलाध्यक्ष राम नरेश गौतम की अगुआई में सैकड़ो बसपाई आंबेडकर तिराहे फतेहगढ़ में इकट्ठे हुए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे| विरोध प्रगट करने के लिए महेंद्र कटियार, सरिता शाक्य, ओमशरण गौतम, राजीव चतुर्वेदी, जवाहर सिंह गंगवार सहित सैकड़ो बसपाई धरने पर बैठ गए| जिलाध्यक्ष अजय भारती से सीओ सिटी और नगर मजिस्ट्रेट से जाम खुलवाने को लेकर तीखी झडपे भी हुई|
जिलाध्यक्ष ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी को बुलाने पर अड़ गए| इसी दौरान सी ओ सिटी ने जाम खुलवाने के लिए कोशिश की मगर नाकाम हो गए| इसी दौरान सडको पर कई किलोमीटर लम्बा जाम लग चुका था| उपद्रविओं ने रोडवेज बस तोड़ दी| इस पुलिस ने फिर लाठी बजायी और रास्ता साफ़ कराया| बसपाई मूर्ति तोड़ने वालो की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे|