अविधक्ताओं का आंदोलन हुआ उग्र, बस्तों व न्यायालयों में जाकर कराया काम बंद

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फर्रुखाबाद: सर्किल रेट बढ़ाये जाने के विरोध व फौजदारी वादों को चार से अधिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में भेजने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा किये जा रहे आंदोलन ने शनिवार को उग्र रूप धारण कर लिया। शनिवार को कचहरी में वकीलों ने इकट्ठे होकर बस्तों पर जा जाकर काम बंद कराया। इतना ही नहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष की अगुआई में वकीलों ने न्यायालयों में भी जाकर यह देखा कि कोई वकील काम तो नहीं कर रहा है। कचहरी में वकीलों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

लगभग एक सप्ताह से तहसील के वकीलों द्वारा की जा रही हड़ताल के बाद बीते दो दिन से बार एसोसिएशन के सदस्यों सहित जनपद के सभी वकीलों ने हड़ताल कर दी। प्रशासन द्वारा कोई ध्यान न दिये जाने से शनिवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव पारिया की अगुआई में वकीलों ने कचहरी परिसर में जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान वकीलों ने एकजुट होकर आंदोलन करने की योजना बनायी व सभी के बिस्तर पर जा जा कर काम बंद कराया। इतना ही नहीं न्यायालयों में जाकर देखा गया कि कोई अधिवक्ता उनमें काम तो नहीं कर रहा है।

वकीलों ने मांग की कि बढ़े हुए सर्किल रेट को तत्काल घटाया जाये व फौजदारी वादों का क्षेत्रीय अधिकार होने से मुकदमों की सुनवाई में चार से अधिक न्यायालयों में निस्तारण कराया जाये। अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो अधिवक्ता इससे भी उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

इस दौरान संजीव पारिया, आशुतोष दुबे, हरी जी, राजीव दुबे, प्रबल पाठक, राममूर्ती, ठकुरी पाण्डेय आदि मौजूद रहे।