फर्रुखाबाद: कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के ग्राम धंसुआ निवासी 22 वर्षीय राहुल पुत्र किशनदयाल जाटव की गोली लगने से उसके घर में ही मौत हो गयी। परिजन उसकी पत्नी कुसमा पर ही हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बीते दिन भी राहुल का उसकी पत्नी कुसमा से विवाद हो गया था। गुरुवार को सुबह तकरीबन आठ बजे राहुल व कुसमा घर के अंदर विवाद कर रहे थे। विवाद के समय एकाएक गोली की आवाज हुई। गोली की आवाज सुनकर मोहल्ले वाले इकट्ठे हुए तो देखा कि राहुल अपने घर के अंदर खून से लथपथ पड़ा था। दरबाजा खुलवाकर लोग अंदर घुसे। लहूलुहान राहुल को तत्काल उसका भाई सुनील लोहिया अस्पताल लेकर आया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक किशनदयाल जाटव के तीन पुत्र सुनील, बबलू, राहुल हैं। सुनील दिल्ली में ड्राइविंग करता है। दूसरे नम्बर का बबलू मजदूरी करता है। सबसे छोटा पुत्र 22 वर्षीय राहुल बसपा नेता सतीश जाटव की गाड़ी चलाता था। राहुल का विवाह 23 जून 2010 को काशिमबाग निवासी गोविंद जाटव की पुत्री कुसुमा के साथ हुआ था। शादी के कुछ समय बाद पिता किशनलाल ने तीनों भाइयों को अलग-अलग कर दिया। कुछ समय बाद राहुल की पत्नी से पारिवारिक विवाद शुरू हो गया। राहुल के बड़े भाई बबलू की पत्नी बबली की बहन पूजा के साथ राहुल की आंखें चार हो गयीं और उसने कुसमा को दरकिनार कर दिया। अब पूजा का विवाह दूसरी जगह तय हो गया है। जिसको लेकर अक्सर राहुल के साथ कुसमा का झगड़ा होता रहता था। बीती रात भी राहुल व कुसुमा में आपस में मारपीट हुई थी। कुसमा घर छोड़कर चली गयी। कई घंटों बाद लौटकर आयी थी। तब से लेकर सुबह तक दोनो का विवाद होता रहा व यह घटना घट गयी।
राहुल के भाई सुनील ने बताया कि राहुल की पत्नी कुसमा कई बाद राहुल को जहर भी दे चुकी है। जिससे वह कई बार मरते-मरते बचा। उधर राहुल के परिजनों ने कुसमा पर भी बदचलनी का आरोप लगाया है और कहा कि राहुल की पत्नी कुसमा अक्सर राहुल की गैर मौजूदगी में घर से बाहर रहती थी और कई-कई दिनों तक घर पर नहीं आती थी। जिससे जब राहुल गाड़ी चलाकर वापस लौटता था तो कुसमा और राहुल का विवाद शुरू हो जाता था। घटना के बाद कर्नलगंज चौकी इंचार्ज नासिर हुसैन मौके पर पहुंचे। फतेहगढ़ कोतवाल रूम सिंह यादव ने बताया कि मृतक राहुल के बड़े भाई ने कोतवाली में तहरीर दी। मृतक की पत्नी कुसुमा के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत हो गया। फिलहाल कुसुमा महिला थाना में पुलिस हिरासत में ले ली गयी है। जांच की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
घटना के कई घंटे बाद पहुंची पुलिस
गोली लगने की सनसनीखेज घटना के बाद फतेहगढ़ कोतवाली से कोई भी पुलिसकर्मी झांकने तक नहीं गया। जिससे काफी समय तक घटना स्थल पर भीड़ जमा रही। घटना से तकरीबन तीन घंटे बाद कर्नलगंज चौकी इंचार्ज नासिर हुसैन मौके पर पहुंचे और घटना स्थल पर बरामद तमंचे को अपने कब्जे में ले लिया। फिलहाल पुलिस मामले को अभी संदिग्ध मान रही है।
घर पर नहीं रहते थे राहुल के माता पिता
मृतक राहुल के पिता किशनलाल जाटव व मां किशनादेवी राहुल की शादी के कुछ समय बाद से घर पर नहीं रहते थे। वह लोग अक्सर घर से बाहर ही अपना समय गुजार रहे थे। राहुल की मां किशनादेवी ने बताया कि वह कई दिनों से अपने भांजे के यहां बेबर गई हुई थी और सुबह घटना की सूचना होने पर वापस आई है। पिता किशनलाल भी गांव के बाहर एक आम के बाग में रखवाली का काम करते थे। कई-कई दिनों तक घर पर नहीं आते थे। जिसका मुख्य कारण राहुल और उसकी पत्नी कुसमा के बीच आपसी विवाद था।