फर्रुखाबाद: शहर में इस समय पानी रे पानी का हाहाकार मचा हुआ है। चार दिनों से घरों में भरा पानी अब सड़ने की स्थिति में आ गया है। जिससे जलभराव से पीड़ित मोहल्लेवासियों को संक्रामक व त्वचा सम्बंधी बीमारियां होना शुरू हो गयी हैं। जिसको ध्यान में रखकर प्रशासन भी हरकत में आ गया है। जलभराव में पहुंचे स्वास्थ्यकर्मियों ने बीमार लोगों को दवाइयां वितरित कीं। जलभराव के कारण जलमग्न मोहल्लों के बच्चे स्कूल खुलने के बावजूद भी पानी भरा होने के कारण स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
शहर के मोहल्लों में भरे पानी को आज तकरीबन एक सप्ताह होने जा रहा है। जिसे प्रशासन अब तक निकलवाने में असमर्थ रहा है। जिसको लेकर मोहल्ले वासियों में काफी रोष है। पानी भरने से संक्रामक बीमारियां भी तेजी से पनपने लगीं हैं। जिसका असर बुधवार को मरीजों को देखने के लिए पहुंची स्वास्थ्य टीम के पास लगी भीड़ से आसानी से लगाया जा सकता है। सड़े हुए पानी को एक दो दिन और नहीं निकाला गया तो यही बीमारिंया विकराल रूप ले सकती हैं। सड़े पानी की बजह से कछियाना मोहल्ले में तालाब की मछलियां भी मर गयीं। शहर के छावनी, कछियाना, गंगानगर, तलैया फजल इमाम में पानी भरने की बजह से त्राहि-त्राहि मची हुई है। कुछ लोगों के घरों में रोटी बनाने तक के लाले हैं। क्योंकि उनके घरों के चौके तक में पानी भर गया तो वहीं दूसरी तरफ लोगों ने पानी निकलने का इंतजार करते-करते भरे हुए पानी में ही अपना धंधा चालू कर दिया है।
मोहल्ला छावनी निवासी गौरव बाजपेयी, राजकुमार कुशवाह, गीतादेवी, रवीन्द्र शुक्ला आदि ने बताया कि जलभराव की बजह नगर पालिका की लापरवाही है। उसका खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। तकरीबन एक सप्ताह से हम लोगों के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। जिससे बच्चों का तो नुकसान हो ही रहा वहीं दूसरी तरफ गहरे नाले में बच्चों के गिरने से उनकी जान को खतरा भी हो गया है।
मंदिर का पीपल गिरने से बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गयी। जिस कारण रात में यह भी पता नहीं चलता कि किसके मकान में कहां पानी भर आया। बुधवार को मोहल्ले के लालू सिंह,पुष्पा देवी, करन सिंह, प्रेमा इत्यादि ने घर में पानी भर जाने से अपने घर का सामान निकालकर बाहर रख लिया। क्योंकि पानी से मकान गिरने का खतरा बढ़ गया है।