लोहिया अस्पताल में सर्जन छुट्टी पर, कैसे हो मासूम अभिषेक का आपरेशन

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फर्रुखाबाद: रविवार को पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है कहीं कार्यकर्ता मिठाइयां बांट रहे हैं तो कहीं फल। लेकिन शहर क्षेत्र के लोहिया अस्पताल में आज पहुंचे थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम पूरन नगला निवासी गुड्डू यादव के 12 वर्षीय पुत्र अभिषेक यादव जोकि गांव के ही एक गोलीकाण्ड में घायल हुआ है। जिसको लेकर उसका पिता लोहिया अस्पताल पहुंचा। तो लोहिया अस्पताल में सर्जन छुट्टी पर होने की बजह से अभिषेक जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।

रविवार को प्रातः पूरन नगला में जमीन विवाद को लेकर गोलियां चल गयीं। जिससे अभिषेक को भी खेलते समय गोली के छर्रे लग गये। कई छर्रे अभिषेक के पेट में जा धंसे। आपातकालीन कक्ष में तैनात डाक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने घायल अभिषेक के पिता को जानकारी दी कि अगर शीघ्र ही अभिषेक के पेट से छर्रे नहीं निकाले गये तो गोली का जहर उसके पूरे शरीर में फैल जायेगा। जिससे उसकी जान को खतरा हो सकता है। लेकिन मजबूरी यह है कि अस्पताल में इस समय कोई भी सर्जन मौजूद नहीं है। दोनो सर्जन अनल शुक्ला व कमलेश शर्मा छुट्टी पर चले गये हैं। डाक्टर ने सलाह दी कि कहीं दूसरी जगह अभिषेक का शीघ्र इलाज करा लें। लेकिन गुड्डू के पास आर्थिक तंगी होने की बजह से वह कहीं और ले जाने की हामी नहीं भर पा रहा था और वहीं पर डाक्टर के पैर पकड़कर अपने पुत्र को बचाने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। लेकिन सर्जन ही अभिषेक के पेट का आपरेशन कर सकता है।

यह मामला चल ही रहा था तभी एक युवक डाक्टर के पास आया और डाक्टर से कहा कि मेरा मरीज अस्पताल में भर्ती है। लीजिए मंत्री जी से बात कर लीजिए। मंत्री जी ने किसी मरीज की फोन पर जुगाड़ लगा दी। फोन कटने के बाद डाक्टर बड़बड़ाये कि फोन करने से किसी का आपरेशन नहीं हो जायेगा। दरअसल मंत्री जी का फोन कुछ दिन पहले हुए दुर्घटना में भर्ती मरीज के लिए आया था। जिसके सिर में चोट लगी थी और मरीज खून की उल्टियां कर रहा था। डाक्टर बोले कि यह नहीं कि अस्पताल में डाक्टरों की व्यवस्था कर दे ंतो फोन करवाने की जरूरत ही न पड़े।

लोहिया अस्पताल के सीएमएस डा0 नरेन्द्र बाबू कटियार ने बताया कि डा0 अनल शुक्ला व कमलेश शर्मा अपने घरेलू आवश्यक कार्य निबटाने के चक्कर में चले गये थे। डा0 कमलेश शर्मा को रविवार को ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। लेकिन वह किसी कारणवश नहीं आ सके। फिलहाल मरीजों की देखरेख हड्डी सर्जन डा0 बी के दुबे कर रहे हैं।