फर्रुखाबाद: नेताजी को शराब पिलाना महगा पड़ सकता है| चौक स्थित एक मतदान केंद्र पर दारु के नशे में पंहुचा मतदाता मतदान कर्मिओं से ही भीड़ गया| वोटर पर्ची के बिना पंहुचा मतदाता टुन्न था| सो उट पटांग भी बक गया| इसी बीच सीओ सिटी और नगर मजिस्ट्रेट पहुचे और उसे गाडी में धर ले गए| बोले दो चार चक्कर के बाद उतर जायेगी तब छोड़ देंगे|
शराब ने चुनाव ख़राब करने का काम किया है| शराब पिलाने वालो पर तो रासुका और राष्ट्रद्रोह जैसे मुकदमे चलने चाहिए| मतदाताओ को सहराब पिलाकर मतदान में व्यवधान पहुचाना लोकतंत्र पर चोट करने से कम नहीं है| वैसे शराब से प्रत्याशी को नुकसान ज्यादा फायदा कम ही रहा| ऐसा नहीं की शराब किसी एक प्रत्याशी ने बाटी| अधिकांश प्रत्याशी देर रात तक शराब के लिए जेबे खली करते रहे| पियक्कड़ और पियक्कड़ो के ठेकेदार कई कई खेमे में गए और इंतजाम कर लाये| जिसे एक पौवा मिला वो उतरने के बाद दूसरे की तलाश में लग गया और दूसरे की पीकर उसका टैम्पो हाई करने लगा| बाद वाले की मतदान करने तक चढ़ी रही तो ठीक वर्ना उतरने के बाद फिर नए प्रत्याशी के यहाँ नया पौवा तलाश लिया| ऐसा ही एक मतदाता सीओ सिटी साहब चौक स्थित मतदान केंद्र से दबोच ले गए| मुह से बॉस मार रहा मतदाता गिडगिडा रहा था साहब रात में पी थी अभी थोड़ी पीकर आया हूँ|