फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ कलेक्ट्रेट में तारीख पर आये दो कैदियों में शेसन कोर्ट की हवालात के अंदर जमकर मारपीट हो गयी। जिसमें एक कैदी की हालत गंभीर होने पर उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
विदित हो कि जिला कारागार फतेहगढ़ में आशाराम वर्मा पुत्र नानकराम निवासी कादरदादपुर सराय कंपिल व चर्चित बंदी विपुल पपला निवासी उलियापुर कायमगंज हत्या के मुकदमें में बंद हैं। आशाराम जेल की बैरक संख्या 9 बी में व पपला अस्पताल की बैरक संख्या 8 में बंद हैं।
बंदी आशाराम ने बताया कि ढाई वर्ष पूर्व हत्या के मुकदमें में वह जिला जेल आया था। हत्या में मेरी पत्नी धनदेवी व पुत्र सूरजपाल का नाम भी शामिल किया गया था। जेल के अंदर हमारी मुलाकात विपुल पपला से हुई और धीरे-धीरे मुलाकात दोस्ती में तब्दील हो गयी। विपुल पपला का कोई सम्बंधी तकरीबन एक साल पहले बीमार पड़ गया। उसके इलाज के लिए पैसे न होने पर उसकी मदद के लिए मैने 10 हजार रुपये विपुल पपला को परिजनों से दिलवा दिये। एक वर्ष बाद पैसे वापस न करने पर जब मैने तगादा किया तो जेल के अंदर ही कई बार पपला द्वारा हमारे साथ मारपीट की गयी।
मंगलवार को विपुल पपला व आशाराम को पुलिस मुकदमें की तारीख को लेकर शेशन कोर्ट की अदालत में पेश करने के लिए लायी तो दोनो को कोर्ट की हवालात में बंद कर दिया गया। जहां विपुल पपला व उसके अन्य साथियों ने आशाराम वर्मा के साथ जमकर मारपीट कर दी। जिसमें आशाराम की हालत ज्यादा नाजुक होने पर उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। विपुल को वापस जिला जेल भेज दिया गया।