ग्रानगंज में प्रतिभा जाटव ने मनोज से माँगा जबाब, जागरूक मतदाताओ ने अनदेखी पर लताड़ा

Uncategorized

नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिये वोट मांगने पहुंचे निवर्तमान अध्यक्ष मनोज अग्रवाल की तो गुरुवार को फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्रानगंज में घुसते ही वोहनी खराब हो गयी। झकझकाते कुर्ते में श्री अग्रवाल ने समर्थकों सहित जैसे ही पहले दरवाजे पर दस्तक दे कर नमस्कार के लिये हाथ जोड़े, भिन्नाया बैठा धीरेंद्र छूटते ही बोला- “काहे का नमस्कार, उस समय तो हमारी सुनी नहीं जब नाले का बरसाती पानी हमारे घरों में घुस रहा था।” हथियार डालने की मुद्रा में खड़े मनोज अग्रवाल ने जैसे तैसे मामले को साधा व आगे देखने का वादा कर आगे बढ़े। दलित बस्ती में भी मतदाता ने पीछे से व्यंग किया “भैया यहां का वोट तो तुम लोगो का बंधुआ है, चाहे विकास हो या न हो”।

गुरुवार को समय सुबह करीब साढ़े आठ बजे फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्रानगंज में पहले से चहल पहल थी। साफ नजर आ रहा था मानों किसी के आने का इन्तजार है। मुख्य गली में एक किनारे पर चार छह कुर्सियां पड़ीं थीं, जिन पर कुछ लोग पहले से साफ सुथरे कपड़े पहने बैठे थे। यह लोग बीच बीच में उचक कर आने वाले वाहनों के रुकने या किसी के आने वाले को देखने का प्रयास भी करते नजर आ रहे थे। करीब नौ बजे निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल व उनके समर्थकों के वाहनों का काफिला यहां आकर रुका। झकझकाते कुर्ते में होठों पर मनमोहक मुस्कान सजाये व हाथ जोड़-जोड़े ही वाहन से उतरे श्री अग्रवाल को देखते ही पहले से मौजूद वही चार-पांच लोग उनकी ओर तेजी से लपके, किसी ने मालायें पहनाईं तो किसी ने पैर छुए। एक ने बैंड वालों को ठहोका दिया तो ढोल-नगाड़े वाले भी जल्दी-जल्दी हाथ चला कर शोर मचाने में जुट गये।

मनोज अग्रवाल स्वागत सत्कार कराने के बाद गली की तरफ चुनाव प्रचार के लिए बढ़े ही थे कि पहला जो शख्श सामने आया वह था ग्रानगंज निवासी धीरेन्द्र कुमार, जिसने श्री अग्रवाल की चुनाव प्रचार की वोहनी ही खराब कर दी। धीरेन्द्र के अन्दर जैसे ज्वालामुखी भरा पड़ा था, नेताजी को देखते ही फूट पड़ा- “अब तो साहब आओगे ही, कुछ समय पहले हम लोग अपनी समस्या लेकर आपके पास गये थे लेकिन किसी तरह का समाधान नहीं निकला। बार्ड की दशा बहुत ही ज्यादा दयनीय है। पानी के निकास की व्यवस्था नहीं, जिससे बरसात में लोगों के घरों में पानी भरता है। गलियां व सड़कें अधिकतर उखड़ी पड़ी हैं, किस बात को लेकर आप वोट मांग रहे हैं।” जिस पर मनोज अग्रवाल ने उस व्यक्ति को समझा बुझाकर शांत किया। लेकिन आज तो ग्रानगंज, ग्रानगंज नहीं वल्कि लंका लग रही थी। जिसमें मनोज अग्रवाल को सब 52 गज के ही नजर आ रहे थे। कहने का मतलब हर व्यक्ति निवर्तमान चेयरमैन से गंदगी, पानी, बिजली, सड़कें इत्यादि की शिकायत कर रहा था।


जनसम्पर्क के दौरान मनोज अग्रवाल दलितों की बस्ती में पहुंचे तो वहां बैठी एक महिला प्रतिभा जाटव भी घूंघट की ओट से बोली ” मेरो नल तौ बहुत दिनन तै खराब है, जौ लौ सुधरो नाईं, ना मेरी सड़क बनी। जो मेरो काम कराइ दे, वाई कौ वोट दियैं।” इस पर मनोज अग्रवाल ने तुरंत ही राजनीतिक शतरंजी पारी के चतुर खिलाड़ी की तरह तुरंत अपने साथियों से कहा कि तुरंत प्लंबर को फोन लगाइए व नल संभलवाइए। इस पर महिला बोली- ” कात सब हैं करत कोई नाईं” । गली को लेकर भी मनोज अग्रवाल से लोगों ने दुखड़ा रोया। इसी बीच चुनाव प्रचार में समर्थकों ने नये तरीके से वोट मांगने का सिलसिला शुरू किया। जब देखा कि विकास कार्य के नाम पर वोटर चौंक रहा है तो समर्थक श्री अग्रवाल से पहले ही पहुंचकर अब सामूहिक विवाह का सहारा लेकर लोगों से कहने लगे ये वही मनोज अग्रवाल हैं जो गरीब लड़कियों की शादी करवाते हैं।
एक नजर तस्वीरो के माध्यम से मनोज अग्रवाल का जनसम्पर्क-