फर्रुखाबाद: विकासखण्ड राजेपुर क्षेत्र के ग्रामीणों को अब बरसात आने से पहले ही बाढ़ की चिंता सताने लगी है। पिछले वर्षों की तरह बाढ़ से बचाव के लिए तटबंध के नाम पर घटिया बोरी में मिट्टी भरकर लगायी जा रही है जिससे ग्रामीणों को अपने घरौंदे बचते नहीं दिख रहे हैं। पिछले वर्षों में भी तटबंध के नाम पर भारी गोलमाल ठेकेदारों द्वारा किया जाता रहा है। ग्रामीणों की मांग पर बनाये जा रहे रामगंगा नदी के किनारे तटबंध में घटिया बोरी इत्यादि लगाये जाने की शिकायत जिलाधिकारी से की है।
ग्रामीणों ने कहा है कि तटबंध बनाने में अत्यंन्त घटिया किस्म की बोरियों का प्रयोग किया जा रहा है। जो बालू भरते समय ही फट जाती है। हम लोगों ने जब इसका विरोध किया तो ठेकेदार ने अनसुना कर दिया। रामगंगा की धारा मोड़ने के लिए जिस नाले की खुदाई की गयी है उसकी गहराई व चौड़ाई पर्याप्त नहीं है जिस कारण धारा का पानी उसमें नहीं निकल पा रहा है।
क्षेत्र के ग्राम नौसारा, खरगपुर, नहरैया, निस्फी, खण्डौली व राई के ग्रामीण तटबंध से बहुत ही उम्मीद लगाये बैठे हैं लेकिन ठेकेदार की मनमानी व गुणवत्ताहीन कार्य से न सिर्फ जनता की उम्मीदों पर पानी फिर जायेगा वल्कि शासन द्वारा स्वीकृत धन का सदुपयोग भी नहीं हो पायेगा। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी से तटबंध की जांच कराकर दोषी ठेकेदार के विरुद्व कार्यवाही करने की गुहार लगायी है।
मांग करने वालों में महेन्द्र सिंह, देवेन्द्र कुमार, भुवनेश्वर, विनोद कुमार, ब्रहम प्रकाश, शिव प्रकाश, राजेश कुमार, रवीन्द्र शुक्ला आदि शामिल हैं।