खाखिन में यादवों का कहर: मंत्री के दबाव में पुलिस मौन, पीडि़तों की डीएम से गुहार

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फर्रुखाबाद: थाना अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम खाखिन निवासी यादवों के कहर के शिकार हुए नगला कटैला के दलित ग्रामीण अपनी बस्ती उजड़ने के बाद दर-दर भटकने को मजबूर हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। पीड़ित दलितों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक व राज्यमंत्री पर  सजातीय दबंगों को शह देने की भी बात कही गयी है।

विदित हो कि ग्राम खाकिन निवासी आर्येन्द्र यादव की 19 वर्षीय पुत्री रेखा बीते 30 मई को कटैला निवासी दलित युवक के साथ चली गयी। जिससे गुस्साये ग्रामीणों ने दलितों की बस्ती पर 1 जून को हमला बोल दिया। हमले में सात लोगों के छप्पर तोड़ दिये गये, 8 लोगों की दीवारें तोड़ दी गयीं, चार लोगों के पक्के लेंटर तोड़कर जमीन पर गिरा दिये, 10 लोगों के घरों से लूटपाट को भी अंजाम दिया गया।

जनपद मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन पत्र में ग्राम कैटला के पीड़ित ग्रामीण बाबूराम पुत्र शंकर, रामकुमार पुत्र दाताराम, मदनपाल पुत्र भैयालाल, अबधेश पुत्र मनीराम द्वारा दिये गये शिकायतीपत्र में कहा गया है कि ग्राम खाखिन निवासी आर्येन्द्र यादव, देवेन्द्र यादव, केशव सिंह यादव, भूरे यादव, गया सिंह यादव, बुदी यादव,  सनेही यादव, रवीन्द्र यादव सहित सैकड़ों की संख्या में दबंग आये व उन्हें रात में ही मारपीट कर गांव से निकाल दिया। इतना ही नहीं दबंगों ने उनकी बस्ती को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। प्रार्थना पत्र में यह भी लिखा है कि युवक व युवती से काफी लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसमें उन लोगों का कोई दोष नहीं है। अमृतपुर थाना पुलिस ने उनकी प्राथमिकी तो दर्ज कर ली लेकिन अब तक समाजवादी पार्टी के ही राज्यमंत्री के दबाव में किसी पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। पीड़ितों ने दबंग यादवों पर कार्यवाही करने की गुहार लगायी है।

विदित है कि मीडिया में खबरें आने के बाद पुलिस ने पीड़ित दलितों से अज्ञात लोगों के विरुद्ध मनमानी एफआईआर लिखवाली थी। घटना के तीन दिन बाद भी एक ओर जहां नाम लिखकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिये जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक को प्रार्थनापत्र दे रहे हैं, वहीं पुलिस अभी तक पांच सैकड़ा हमलावरों में से एक के भी नाम का खुलासा नहीं कर सकी है। उल्टे हमलावरों ने जिस दलित पर अपनी पुत्री को भगाने का आरोप लगाया था, उनके विरुद्ध कार्रवाई शुरू हो गयी है।

जिलाधिकारी ने पीड़ितों को दिलासा देते हुए पहले थानाध्यक्ष अमृतपुर को व बाद में पुलिस अधीक्षक को फोन कर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। डीएम ने बात में बताया कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक से वार्ता की है। एसपी ने आज अपनी तबियत खराब होने के कारण बुधवार को मौके पर जाने का आश्वासन दिया है।

घटना की निंदा करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष ने भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि ग्राम खाखिन के यादवों ने ग्राम कैटला के दलितों को मारपीट कर व उनके मकान ध्वस्त कर गांव से निकाल दिया। ग्रामीण दर दर भटक रहे हैं। यदि जल्द ही उन्हें न्याय न मिला तो स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष रामनिवास शाक्य, मदनपाल, बीरपाल, दाताराम, अबधेश, रामकुमार आदि मौजूद रहे।

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