फर्रुखाबाद: विगत विधान सभा चुनाव के दौरान बसपा प्रत्याशी उमर खान के समर्थक रहे अहमद अंसारी आजकल अपनी पत्नी को को समाजवादी पार्टी का समर्थन दिलाने के लिये काफी सक्रिय हैं। गुरुवार को बाजार बंदी के दौरान भी उर्मिला राजपूत के जुलूस के में अहमद अंसारी अपने समर्थकों के साथ सक्रिय दिखे। इसके बावजूद सपाइयों ने उन्हें कोई खास तरजीह नहीं दी।
विदित है कि प्रदेश में सत्तारूढ दल समाजवादी पार्टी ने निकाय चुनाव के दौरान पार्टी चुनाव चिन्ह किसी प्रत्याशी या कार्यकर्ता को आबंटित न करने की घोषणा कर रखी है। इसके बावजूद पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने या लड़ाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा रखा है। नगर पालिका चुनाव के अध्यक्ष पद पर समर्थन को लेकर पार्टी के धड़ों में विरोधाभास है। विगत विधान सभा चुनाव के दौरान बसपा प्रत्याशी उमर खान के समर्थक रहे अहमद अंसारी आजकल अपनी पत्नी सलमा बेगम को को समाजवादी पार्टी का समर्थन दिलाने के लिये काफी सक्रिय हैं। सपा की बैठकों में शामिल होने के अतिरिक्त गुरुवार को वह बाजार बंदी के दौरान भी सक्रिय नजर आये। सलमा के समर्थन को लेकर उर्मिला राजपूत ने शुरू में कुछ सक्रियता तो दिखायी परंतु होमगार्ड मंत्री नरेंद्र सिह यादव समर्थकों द्वारा उनमें कोई दिलचस्पी न दिखाने व कुछ सपाइयों द्वारा पुरानी कार्यकर्ता सुषमा जाटव का नाम चलाने के बाद उर्मिला राजपूत ने भी अपने पैर पीछे खींच लिये लगते हैं। यही करण है कि गुरुवार को बाजार बंदी के दौरान अहमद अंसारी की सक्रियता के बावजूद सपाई उनकों कोई खास तरजीह देते नहीं लगे।