फर्रुखाबाद: विधायक से कहीं ज्यादा अधिकारों वाले पद नगरपालिका अध्यक्ष के लिए छिड़ी जंग में हर घंटे समीकरण बदल रहे है| राजनीति की बिछी चौपड़ पर अपने से ज्यादा निगाह दुश्मनों की चाल पर रखी जा रही है| कौन किसके कंधे पर बन्दूक रख कर कहाँ निशाना साधना चाह रहा है इसे जानने की उत्सुकता हर किसी को है|
ऐसे में नई खबर ये है कि जेएनआई के सूत्रों की पिछली खबर “घायल शेरनी का पलटवार” पर देर शाम तक मोहर जाने की पूरी उम्मीद है| सोमवार सुबह 11 बजे समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय आवास विकास में हुई बैठक में अहमद अंसारी ने दस्तक दे दी है| अहमद अंसारी ने न केवल बैठक को सम्बोधित किया बल्कि सपा की सदस्यता के लिए भी इच्छा जाहिर कर दी| हालाँकि 31 मई को धरने के लिए रणनीति को लेकर बुलाई बैठक में नगरपालिका चुनाव की कोई खास चर्चा नहीं हुई है| बैठक में धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए चर्चा हुई| जिलाध्यक्ष राजकुमार राठौर, सचिन यादव और महताब ने रणनीति बनायीं|
बैठक के बाद सपा नेत्री सुषमा जाटव ने जिलाध्यक्ष के समक्ष अपने 20 साल के काम को देखते हुए पार्टी के समर्थन का दावा ठोका| श्री राठौर ने कहा कि न झंडा मिलेगा और न साइकिल फिर कैसा समर्थन| चुनाव तो पैदल ही लड़ना पड़ेगा| वहीँ उर्मिला राजपूत भी बैठक में कुछ देर के लिए पहुची और किसी निजी काम की वजह से बैठक से चली गयी| देर शाम उर्मिला राजपूत के घर पर सपा कार्यकर्ताओ को बैठक के लिए बुलाया गया है| अहमद अंसारी का सपा की बैठक में पहुचना और शाम को उर्मिला के घर बैठक नगरपालिका चुनाव संग्राम में नए समीकरण पैदा करने वाला है|