उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक घोटाले सामने आते दिखाई दे रहे हैं। टॉयलेट घोटाला, हाथी की मूर्तियों में घोटाले के बाद अब पेड़ों की खरीद पर घोटाला सामने आया है। बताया जा रहा है कि माया राज में बने पार्कों की साज सज्जा के लिए 37 हजार खजूर के पेड़ों को 16 गुना ज्यादा कीमत पर खरीदा गया। राज्य की अखिलेश सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
जिस तरह से राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक के बाद एक सामने आते घोटाले में अपने पूर्ववर्ती की संलिप्तता के आरोप लगा रहे हैं उससे यूपी की कहानी अब वर्तमान सरकार और पूर्व में माया सरकार के बीच लड़ाई में तब्दील होती दिखाई दे रही है।
सूत्रों ने बताया कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा लखनऊ और मायावती के गांव बादलपुर की साज-सज्जा के लिए ताड़ और खजूर के कुल 37 हजार पेड़ों की खरीद की गई। कई पेड़ों को उनकी वास्तविक कीमत से 300-1600 गुना ज्यादा कीमत पर खरीदा गया। एक पेड़ जो 5,000 रुपए में हासिल हो सकता था उसके लिए 25 से 30 हजार रुपए चुकाए गए।
बता दें कि इससे पहले मायावती सरकार में बने पार्कों, हाथी की मूर्तियों के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद यूपी पुलिस जांच के लिए एसआईटी का गठन कर चुकी है।