फर्रुखाबाद: थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के रायपुर चौकी से चंद कदमों की दूरी पर रेलवे ट्रेक के पास झाड़ियों में सफेद रंग की एक खून से लथपथ बोरी से बदबू आते देख झाड़ी के आस पास देखने वालों का तांता लग गया। किसी ने फोन पर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के देर से पहुंचने के कारण लोग तरह-तरह की बातें भी करने लगे। पता नहीं किस बेचारे को मार कर डाल गये।
रेलवे ट्रेक पर गुरुवार को सुबह मेले जैसा नजारा था। कई सैकड़ा लोग इस रहस्य को जानने के लिए घंटों इंतजार में खड़े रहे कि आखिर इसमें किस की लाश है। भीड़ में कोई कह रहा था किसी बच्चे की लग रही है, तो कोई कह रहा था बच्चा नहीं इसमें तो किसी आदमी के टुकड़े कर, करके भर दिये गये हैं। लोग चर्चा कर रहे थे कि पता करो कि कल से कौन अपने घर से गायब है। तभी पीछे से आवाज आयी पुलिस देखो कितनी लापरवाह है शव की सूचना मिलने के बाद भी अभी तक नहीं पहुंची। सो रहे होंगे इंस्पेक्टर साहब, उन्हें क्या पड़ा कि वह जल्दी आयें। यहां एक आदमी बोरी में बंद है और पुलिस को कोई चिंता नहीं। तभी भीड़ को चीरता हुआ एक आदमी नेताई कीटाणुओं से युक्त, पब्लिक में अपना झांपा बनाते हुए मोबाइल जेब से निकाला और फोन लगा दिया पुलिस को। अरे भाई! यहां पर एक आदमी की लाश बोरी में भरकर फेंक दी। लाश बदबू मार रही है पुलिस को घंटों पहले सूचना दी गयी लेकिन अभी तक पुलिस नहीं आयी। लग रहा है कहीं और से मारकर शव यहां डाला गया है।
थाना प्रभारी को इतना प्रभावित कर दिया गया कि वह पूरी जीप भरकर फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये। भीड़ की आंखें कोतवाल और बोरी की तरफ लगीं थीं कि कब इस रहस्य से पर्दा उठेगा और बंद शव के चेहरे का दीदार होगा। अचानक थाना प्रभारी हरपाल सिंह यादव ने अपने एक सागिर्द को आदेश दिया तत्काल बोरी खुलवाओ, बहुत बदबू आ रही है। भीड़ इतनी थी कि जैसे बोरी का मुहं नहीं सिम सिम का खजाना खुल रहा हो। फिर क्या था अचानक पुलिस वाले ने बोरी में बंधा रिबन काटा और उसने अंदर झांक कर देखा और चुपचाप जाकर अलग खड़ा हो गया। थोड़ी देर के लिए सभी की सांसें थम गयीं सभी सोचने लगे शायद पुलिस वाले का कोई परिचित है।
लेकिन जब उस पुलिसकर्मी से थाना प्रभारी हरपाल सिंह यादव ने फिर पूछ अरे बताओ तो उम्र क्या है। पुलिस वाला धीरे से मुस्कराकर बोला अरे सर उम्र तो आदमी की बतायी जाती है इसमें तो कुत्ते की लाश है। थानाध्यक्ष बोले सब मामला ढोल का पोल हो गया।