फर्रुखाबाद: भरी दोपहरी सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन और क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिंह ने कई दिनों में शहर का अतिक्रमण काफी नोकझोंक और विरोध के बाद हटवा पाया। लेकिन अभी चंद दिन नही हो पाये और अतिक्रमण के पैर फिर चादर के बाहर आने लगे। बताया गया है कि महंत दुकानदारों से वसूली करके दुकानें लगवाते हैं।
बीते कुछ दिनों पूर्व सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन, क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिंह अतिक्रमण अभियान के अन्तर्गत भोलेपुर में दलबल के साथ पहुंचे थे और अतिक्रमण हटवाना शुरू कर दिया था। अतिक्रमण हटाते-हटाते जब दोनो अधिकारी हनुमान मंदिर भोलेपुर पहुंचे तो हनुमान मंदिर के सामने तिराहे पर उनकी नजर गयी थी। जहां सामने वाले मंदिर के महंत रहते हैं। लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट से शिकायत भी की कि महंत पैसा लेकर इस जगह पर दुकान लगवाते हैं। शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट ने महंत को बुलवाया था। महंत और अधिकारियों में झड़पें भी हो गयीं थीं। सिटी मजिस्ट्रेट ने महंत को हिदायत दी थी कि अगर यहां पर दोबारा दुकान लगी तो कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
लेकिन उस जगह पर चंद दिनों बाद ही फिर से बनियागीरी शुरू हो गयी। तिराहे पर दुकानें फिर सज गयीं। प्रशासन की आंखों में धूल सिर्फ अतिक्रमण करने वाले दुकानदार ही नहीं झोंकते वल्कि नगर पालिका के कर्मचारियों की भी मिलीभगत इसमें बेमानी का तड़का लगाती है। अधिकारियों ने नगर पालिका को यह आदेश जारी कर दिये थे कि दोबारा अतिक्रमण करने वाले दुकानदार का तुरंत चालान किया जाये। लेकिन नगर पालिका के कर्मचारी अपनी कमाई के चक्कर में धड़ल्ले से खुद ही अतिक्रमण करवाते हैं। जिसका खामियाजा बाद में उन्हीं दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के दौरान झेलना पड़ता है।