कायमगंज (फर्रुखाबाद) : इस सप्ताह डीएम मुथु कुमार स्वामी ने दूसरा गाँव कायमगंज का छान मारा| शनिवार दोपहर तक जनता की समस्या सुनी उसके बाद निकल लिए कायमगंज| कायमगंज में अम्बेडकर गांव चिलौली के विकास कार्यो का निरीक्षण करते समय जिलाधिकारी मुथुकुमारी स्वामी को वाही सब कुछ मिला जो बढ़पुर के धन्सुआ गाँव में मिला था| नरेगा, आँगनबाड़ी, प्राथमिक शिक्षा, किसानो की विभिन्न सरकारी योजनाओ की प्रगति, स्वस्थ्य सफाई और जननी सुरक्षा योजना और गाँव के विकास का ढोल? कुछ भी संतोषजनक नहीं|
खामियां देखकर जिलाधिकारी का मूड़ विगड़ गया और उन्होने संम्बधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कई के खिलाफ कार्यवाही और जांच के दिए आदेश। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों के पूरे समय डीएम के कड़े रूख को देखते हुए पसीने छूटते रहे। वही अनुपस्थित कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के दिए निर्देश।
जिलाधिकारी ने मनरेगा के तहत हुए कार्यो की प्रगति जाननी चाही और टीए राकेशपाल से सैल्फा प्रोजेक्ट की जानकारी की उन्होने पूछा कि मनरेगा के तहत अप्रैल महीने में कितने दिन काम हुआ। उत्तर संतोष जनक न मिलने पर उन्होने राकेश पाल और विवेक कुमार को जमकर हड़काया और सोमवार तक की मोहलत ग्राम सचिव विवेक को चार्जशीट जारी करते हुए दी और इस अवधि में मस्टर रोल दिखाने का आदेश दिया।
गांव की सफाई का जायजा लेते हुए जब जिलाअधिकारी को सफाई कर्मी दिलीप कुमार की अनुपस्थिति की जानकारी मिली तो उन्होने सफाई कर्मी के निलम्बन का आदेश दे दिया और ग्रामीणो से पूछा कि सफाई कर्मी कितने है तो उन्हे बताया गया कि 1 सफाई कर्मी है।
इस अवसर पर उन्होने खण्ड विकास अधिकारी के कार्यो पर नाराजगी जताते हुए प्रतिकूल प्रविष्टी दी। उन्होने विद्यालयों में छात्र छात्राओं के लिए बन रहे मिड डे मील के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए अप्रैल माह में उठाए गए खाद्यान्न का विवरण पूछा और जबाब संतोष जनक न मिलने पर तहसीलदार को इस की जांच कर गडबड़ी मिलने पर कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसका कोटा निरस्त करने के साथ बसूली के लिए आरसी जारी करने का आदेश दिया।
वही उन्होने विद्यालय में पक रहे मिडडे मील के बारे में शिक्षामित्र और प्रधान से जानकारी के साथ ही तहसीलदार को इसकी जांच सौपते हुए दोनों से शपथ पत्र लेने और त्रुटि मिलने पर दोनो के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए।
आगंनवाड़ी कार्यकर्त्री सावित्री देवी डीएम द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जब सही जबाब न दे सकी तो उन्होने आगंनवाड़ी केन्द्र ही निरस्त कर दिया। मौके पर केवल दो आशा बहुंए पर मौजूद मिली। उनसे स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन के विषय में जानने पर उन्होने प्रश्न किया कि चिकित्सक ने यहां कब मीटिंग ली थी और जननी सुरक्षा योजना का लाभ क्या पात्रों को दिया जा रहा है। उन्होने इस सम्बध में सीएमओं को नोटिस जारी करने की बात कही।
इस अवसर पर तहसीलदार रामजीलाल ,सीओ योगेन्द्रपाल ,कोतवाली प्रभारी विजय सिंह यादव ,एसआई राजेन्द्र सिंह ,बीडीओ हरिश्चन्द्र , लेखपाल गिर्द अनिल चौधरी ,प्रधान पति कशमीर सिंह के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।