फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों, मान्यता प्राप्त तथा शासकीय मान्यता प्राप्त विद्यालयों में मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक द्वारा भेजे गये परीक्षा कार्यक्रम के मुताबिक कक्षा पांच व आठ की परीक्षाओं के साथ-साथ एक से चार व छः से सात की परीक्षायें दिनांक 3 मई 2012 से कराये जाने के निर्देश अप्रैल के तृतीय सप्ताह में भेजे थे। जिसके अन्तर्गत राज्य शैक्षिक अनुसांधान द्वारा निर्मित मॉडल प्रश्नपत्रों के आधार पर प्रश्न पत्र निर्मित कराके विद्यालयों को 30 अप्रैल भेजे जाने के निर्देश दिये गये थे। परन्तु ब्लाक संसाधन केन्द्र तथा जिला सवन्वयक द्वारा जनपद में प्रश्नपत्रों का निर्माण नहीं कराया गया है।
जिसके चलते कल से प्रारंभ होने वाली परीक्षाओं के लिए विद्यालयों में पूर्ण रूपेण प्रश्नपत्र नहीं पहुंचे हैं। परीक्षा कार्यक्रम के मुताबिक कक्षा पांच व आछठठ की परीक्षा क्रमशा 3 मई को प्रथम पाली हिन्दी भाषा, हिन्दी साहित्य, व्याकरण तथा अनिवार्य संस्कृत, द्वितीय पाली में कला, संगीत, चार मई को प्रथम पाली सामाजिक विषय, हिन्दी अपठित वं निबंध, द्वितीय पाली में नैतिक शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, पांच मई को प्रथम पाली में गणित, विज्ञान, द्वितीय पाली में कार्यानुभव एवं समाजोपयोगी उत्पादक कार्य, इतिहास व नागरिक शास्त्र, 7 मई को प्रथ्म पाली में विज्ञान, अंग्रेजी, द्वितीय पाली में पर्यावरण शिक्षा, भूगोल, 8 मई को प्रथम पाली में संस्कृत/उर्दू, अंकगणित, द्वितीय पाली में शारीरिक शिक्षा, खेलकूद व्यायाम, 9 मई को प्रथम पाली में अंग्रेजी, बीज गणित एवं रेखा गणित, द्वितीय पाली में कक्षा 8 की पुस्तक कला व गृह विज्ञान, 10 मई को प्रथम पाली मे संस्कृत व द्वितीय पाली में सबंधित कलासम्पन्न होगी।
निर्धारित परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार प्रथम पाली सात बजे से 9 बजे तक, द्वितीय पाली साढ़े 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक सम्पन्न होगी। इसी के साथ-साथ एक से चार व 6, 7 की परीक्षा भी सम्पन्न होगी। बीआरसी स्तर से भेजे गये विद्यालयों ें प्रश्नपत्रों में कक्षा पांच और आठ के द्वितीय पाली में होने वाले प्रश्नपत्रों को नहीं भेजा गया है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी से इस सम्बंध में जानकारी चाही गयी तो उन्होंने बताया कि विद्यालय स्तर पर शेष प्रश्नपत्र तैयार कराकर परीक्षायें सम्पन्न करायी जायेंगी। तथा मूल्यांकन एनपीआरसी और बीआरसी स्तर पर कराये जाने पर चुप्पी साध गये हैं। बताते चलें कि बीआरसी तथा एबीआरसी, एन पी आर सी के पदों को लेकर अभी तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा स्पष्ट न होने के कारण कार्य में शिथिलता दिखायी दे रही है।