फर्रुखाबाद: 29 अप्रैल सुबह 11 बजे सलमान खुर्शीद पत्रकारों से काले धन से लेकर देश विदेश के मुद्दों पर 1 घंटे की मैराथन वार्ता कर रहे थे| वार्ता का मकसद क्या था समझ में नहीं आया अलबत्ता काले धन पर उनके बौद्धिक विचार से पत्रकार जरुर अभिभूत हुए| श्री खुर्शीद काले धन की पैदाइश और उन्हें रोकने के उपाय पर काफी कुछ कह रहे थे| मगर शायद उन्हें उनके चेले चमचो (कार्यकर्ता इसलिए नहीं, क्यूंकि अगर वे सच्चे कार्यकर्ता होते तो ऐसे कोई कार्य नहीं होने दे जिससे सलमान खुर्शीद पर कोई अंगुली उठाये) ने नहीं बताया कि उनकी सांसद निधि से बनने वाले नाले से ही काले धन बनाया जा रहा है|
फर्रुखाबाद फतेहगढ़ मुख्य मार्ग पर मिशन अस्पताल के सामने एक नाला बन रहा है जिसमे एक ठेकेदार राजेपुर क्षेत्र का प्रधान अरुण पाल पीली अमानक ईंट और सीमेंट बालू के मिश्रण में घपला कर घटिया निर्माण कर रहा है| ये नाला चुनाव से पहले आधा बन चुका था जिसकी गुणवत्ता वर्तमान के निर्माण से काफी अच्छी है| चुनाव हुआ तो ठेकेदार ने मैडम के लिए जोर शोर से चुनाव प्रचार भी किया| अब उसकी मलाई खा रहा है| मुख्य मार्ग पर बनने वाले इस नाले को निर्माण करने वाली संस्था वेहद ही बदनाम पेक्स्फेड है जो घटिया निर्माण के लिए पहले से ही कुख्यात है|
ठेकेदार अरुण पाल को नाला निर्माण में अव्वल ईंट यानी क्लास 150 ईंट का इस्तेमाल करना है जबकि लगने वाली ईंट क्लास 100 से भी नीचे की कोम्प्रेसिव स्ट्रेंग्थ की है| आधे बन चुके नाले में पलास्टर नहीं किया गया क्यूंकि उस एस्टीमेट में ईंट पर 1:2 अनुपात में मौरम सीमेंट की टीप करनी थी| ईंट खुली दिखनी थी सो बढ़िया ईंट इस्तेमाल करनी पड़ी मगर लगता है इस बार विभाग एक इंजिनियर ने नया रास्ता निकाल लिया| नाले पर प्लास्टर का काम बढ़ाया और ईंट घटिया इस्तेमाल करा कर काले धन की जुगाड़ कर ली| नाले के नीचे 8 इंच की कच्ची गिट्टी सीमेंट के साथ पड़नी है जो लगभग गायब है एक सिंगल ईंट की परत बिछा कर काम किया जा रहा है| ये नाला कुछ समय बाद ख़तम हो जायेगा| साईट पर मौरम नाम की चीज तो गायब ही थी| 35 प्रतिशत कमीशन और उसके बाद छुटभैये प्रतिनिधिओ की सेवा सत्कार के बाद ठेकेदार ये नहीं करेगा तो क्या करेगा| न कानून का डर और न कानून मंत्री का|
इसी सड़क के दूसरी पटरी पर 4 साल पहले नाला बनाया गया था| करोडो रुपये का नाला| किसी दबंग ठेकेदार ने उस नाले का निर्माण कराया था| पानी आज भी सडक से बहता है बरसात में, नाला किसी पुरानी सभ्यता की तरह विलुप्त हो गया| जनता के टैक्स के पैसे की खुली लूट होती रही और नेता होने देते रहे| बाद में हो हल्ला हुआ तो जाँच बैठती है| मगर जनता का लुटा हुआ धन वापस नहीं आता|
इस मामले में जब ठेकेदार से फोन पर बात की गयी तो उसका कहना था आप (मीडिया) चाहे जितना जोर लगा ले रोक नहीं पाओगे| डीएम से लेकर मुख्य विकास अधिकारी और निर्माण विभाग कौन नहीं लेता| महगाई बढ़ रही है कमीशन की दरे बढ़ गयी है| उससे जब फोन पर कहा गया कि कम से कम सलमान साहब तो नहीं लेते तो बोले उनके अकेले नहीं लेने से क्या सब मान जायेंगे| अब जिस समय सलमान खुर्शीद की इस सांसद निधि से बनने वाले घटिया नाले पर एक पत्रकार ठेकेदार से सवाल जबाब कर रहा था तो दूसरी तरफ सलमान साहब में मीडिया से मुखातिब थे| काले धन पर बोल रहे थे| काला धन कैसे पैदा होता है उसे रोकने की जरुरत है| और जो पैसा लिखा पढ़ी या रसीद देकर आदान प्रदान होता है उसे काला धन कहते है| खूब ठीक कहा सलमान साहब ने| घटिया नाला निर्माण करके जो पैसे का बंदरबाट होगा बिना लिखा पढ़ी के होगा और उसे ही काला धन कहेंगे| किस किस में बटेगा ये अलग मुद्दा है| भ्रष्टाचार का भी तो विकेंद्रीकरण हो गया है| जाँच करने वाले तक बटेगा| दिल्ली में भाषण झाड़ने वाले और मीडिया में सुर्खियाँ बटोरने वाले सलमान साहब अपनी निधि में ही गोरखधंधा हो रहा है शुरुआत यहीं से इसे रोक कर कीजिये|
हाँ एक बात और ठेकेदार ने काले धन में कुछ हिस्सा मीडिया को भी आफर कर दिया, बोला कई ले गए है आप बचे है ले जाओ खबर क्यूँ छापोगे| और छाप भी दोगे तो क्या हो जायेगा| चुनाव में खर्चा क्या मैं घर से करूंगा| बात रिकॉर्ड हो रही थी इसलिए चतुर ठेकेदार बोला कर लो रेकॉर्डिंग सारी बाते फोन पर नहीं होती साईट पर आओ फिर बात करेंगे| जय हो काले धन की|
सलमान खुर्शीद केंद्रीय मंत्री है, न उनके पास छोटी छोटी बात के लिए न समय है और न फुर्सत मगर उनके इर्द गिर्द बैठ कर भीड़ बढ़ाने वाले कार्यकर्ता क्या ठेकेदार अरुण पाल से कमीशन खा रहे है जो घटिया निर्माण सांसद की निधि से होते देख रहे है| सलमान साहब ये कांग्रेसी और आपके आस पास की भीड़ सन्डे के संडे नजर आती है वो भी आपके जहाज के उतरने से उड़ने के बीच| मालूम आपको भी होगा और शायद इसलिए आपका भी मन सरकार छोड़ संगठन चलाने का हुआ होगा|