हाईटेक होंगीं जेलें, बंदियों को जेल में ही मिलेगा न्याय

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फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के खाद्य एवं रसद व कारागार राज्य मंत्री रामपाल सिंह राजवंशी ने पी डब्लू डी गेस्टहाउस में कहा कि जेल में बंदियों की शिकायत सुनने के लिए कम्प्यूटर लगाये जायेंगे। जिसके माध्यम से बंदी सीधा सम्बंधित अधिकारी के बाद अपनी शिकायत कर सकेगा।

उन्होंने कहा कि इस बात पर भी विचार चल रहा है कि जेल में ही बंदियों को न्यायालय लगाकर न्याय दिया जाये। जिससे बंदियों के भागने की समस्या से निजात मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों व नौजवानों की सरकार बनी है। सरकार अपने सारे वादे बखूबी निभायेगी। मंत्री ने कहा कि वह सीतापुर से शाहजहांपुर होते हुए फर्रुखाबाद आये हैं। शाहजहांपुर की मण्डी में चुपके से जाकर किसानों से बात की तो किसानों ने उनसे बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीदने की बात कही जिस पर उन्होंने खाद्य आयुक्त अर्चना अग्रवाल से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिये।

बीते एक माह में प्रदेश की जेल में हो चुकीं कई बारदातों के विषय में उन्होंने कहा कि बस्ती व मऊ की जेलों में जो घटनायें हुईं थी वहां का औचक निरीक्षण किया और सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने इस बात को भी माना कि 1952-53 में बनायी गयी जेलों में इस समय कैदियों की संख्या कई गुना ज्यादा हो गयी है। जिसके लिए और नई जेलें बनाने पर सरकार विचार कर रही है। क्योंकि तादाद से ज्यादा कैदी जेलों में इकट्ठे होने से कैदियों को संगठन बनाने में आसानी हो जाती है। जिससे जेल में बबाल होने की आशंका ज्यादा रहती है।

उन्होंने कहा कि पूर्व की बसपा सरकार ने पार्क बनाकर जनता के पैसे का गलत इस्तेमाल किया है जो भ्रष्टाचार का जीता जागता नमूना है। जेल में बंदी रक्षकों की कमी पर मंत्री ने कहा कि बंदियों की संख्या बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार कैबिनेट की मीटिंग के बाद ही फैसला लेगी।

जेल में बंद वृद्व कैदियों की रिहाई के लिए उन्होंने कहा कि कैदियों को बंद करने का उद्देश्य कैदी का सुधार करना है। वृद्व हो जाने पर कैदी का सुधार हो ही जाता है। मैं इसके पक्ष में हूं कि वृद्व कैदियों की रिहाई की जाये। लेकिन यह न्यायालय का मामला है। मंत्री ने कहा कि अभी वह जिले में कई बिंदुओं पर विचार करेंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

इस दौरान पीडब्लू डी गेस्टहाउस में सिटी मजिस्ट्रेट भगवानदीन, सीओ सिटी विनोद कुमार, जिला जेल अधीक्षक कैलाशचन्द्र, केन्द्रीयकारागार अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला आदि मौजूद रहे।