फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथु स्वामी कुमार ने कार्यभार के तीसरे दिन स्वास्थ्य व्यवस्था के निरीक्षण के लिए लोहिया अस्पताल में औचक निरीक्षण कर दिया| लगभग 1 बजे लोहिया अस्पताल में पहुच कर उन्होंने मरीजो से पूछताछ करनी शुरू कर दी| दबाई वितरण वाले काउंटर पर मरीजो ने उन्हें डॉक्टर द्वारा बाहर से दवा खरीदने की पर्ची दिखाई तो जिलाधिकारी ने सीएमएस की क्लास लगा दी| डीएम के साथ नगर मजिस्ट्रेट भगवानदीन भी मौजूद रहे| आमतौर पर अस्पताल की दुर्दशा और भ्रष्टाचार को बेशर्मी से छुपाने वाले दलालों के भी काम खड़े हो गए| अक्सर लोहिया अस्पताल के बाहर के मेडिकल स्टोर के स्वामी सीएमएस की चमचागिरी करते हुए बड़े अधिकारिओ को अस्पताल की तारीफ करते नजर आते है| क्यूंकि अगर लोहिया के डॉक्टर बाहर की दवा नहीं लिखेंगे तो उनकी दुकानदारी कैसे चलेगी| तत्पश्चात डीएम ने दूसरी मंजिल पर जाकर जनरल बार्ड में नर्सो की उपस्थिति जानने के लिए रजिस्टर मांगा। मैट्रिन पी दास से नर्सों की गिनती के बारे में कहा कि तुम्हारे इस बार्ड में कितनी नर्सें हैं। जिस पर पी दास ने 14 नर्सों के होने की बात कही। डीएम ने सभी नर्सों को बुलाकर जमकर क्लास लगायी कि अगर कोई भी छुट्टी लेता है तो उसे लिखित में प्रार्थनापत्र देना है। डीएम ने बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने व दवाई लिखे जाने के लिए एक महिला द्वारा शिकायत करने पर तत्काल सम्बंधित डा0 एच पी श्रीवास्तव से लगभग 15 मिनट बात की। जिस पर उन्होंने कहा कि यह दवाई हमने नहीं लिखी है।