फर्रुखाबाद: बीते दो दिनों से शहर में चलाये जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान से शहर का चप्पा-चप्पा बिलकुल साफ नजर आ रहा है। रोड पर निकल रहे बाइक सवारों, यात्रियों के अलावा स्थानीय नागरिकों व बच्चों ने राहत की सांस ली है।
घुमना से लाल दरबाजे, घुमना से चौक तक नजारा कुछ साफ नजर आ रहा है। आज सुबह से शहर के किसी भी कोने में जाम की स्थिति नजर नहीं आयी। जिससे आम जनता के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। कुछ बुजुर्ग तो सिर्फ खाली-खाली का नजारा देखने शहर में निकले और राहत की सांस महसूस कर बोले अब ठीक रहा। ऐसे अधिकारी आ जाये ंतो शहर सुधर जाये। लेकिन कब तक फिर वैसा ही हो जायेगा जैसा वर्षों से होता चला आया है। सब मिली भगत है। नेताओं और अधिकारियों के आगे किसकी चलती है। होने दो आठ दिन फिर स्थिति वैसी की वैसी ही हो जायेगी।
शहर के मुख्य मार्ग को साफ-साफ देखकर खटकपुरा निवासी रफीक बोले बहुत परेशानी होती थी जो हो रहा है वह बिलकुल अच्छा हो रहा है कम से कम आज सुबह से घुमना व चौक बाजार में जाम तो नहीं लगा। लेकिन नेतागीरी के आगे हर कानून बौना है। सब मिलीभगत है। फिलहाल शहर का अतिक्रमण हटने से आम आदमी को कम से कम सुकूंन तो मिला।
बबलू चौहान ने बताया कि बहुत बढ़िया लग रहा है, घुमना से चौक बिलकुल साफ दिखायी दे रहा ह ैअब दुर्वीन लगाने की जरूरत नहीं। लेकिन यह लगातार बना रहे तब है। चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात।
ढिलावल निवासी अकरम खां ने बताया कि आज वह फर्रुखाबाद तकरीबन 10 दिनों के बाद आया है। ऐसा लग रहा है कि सड़कें नहीं क्रिकेट का मैदान हो। चारो तरफ से साफ। जाम भी नहीं लगा। ऐसे में कोई मरीज समय पर अस्पताल व बच्चे समय से अपने स्कूल पहुंचेंगे।
वहीं स्कूली छात्रों में भी जाम व अतिक्रमण हटने से काफी खुशी की लहर है। कक्षा 8 के छात्र जुनैद पुत्र इशरार ने बताया कि ऐसा ही रहना चाहिए जिससे हम लोग ट्यूशन व स्कूल समय से पहुंच सकें। क्योंकि जाम लगने से हम लोग घंटों जाम में फसे रहते थे। जिससे अक्सर स्कूल व ट्यूशन में देर होती थी। लेकिन कल से सड़क बिलकुल साफ है और हमें तो इस पर बार-बार साइकिल चलाने का मन करता है।
हाईस्कूल की छात्रा ज्योति ने बताया कि अक्सर हम छात्राओं को स्कूल जाते समय चौक पर व ट्यूशन जाते समय घुमना पर काफी देर जाम में फंसना पड़ता था। उसने प्रशासन को थैंक्यू कहते हुए कहा कि ऐसा ही अगर बना रहे तो हम छात्र-छात्राओं के समय की काफी बचत होगी और हम लोग अपने सारे काम समय से निबटा लेंगे।
वहीं कक्षा 2 के छात्र विजय व केजी वन के छात्र विवेक ने तोतली आवाज में कहा कि अले आज तो बाजार में सब साप-साप है। अबतो मेला लिक्सा भी नहीं रुतेगा। छात्र विजय ने बताया कि उन लोगों का स्कूली रिक्शा अक्सर रास्ते में जाम में फंस जाता था। जिससे रिक्शा वाले भैया की डांट पड़ती थी। तुम स्कूल में रिक्शा लेट क्यों लेकर आते हो।