कहां गये अखिलेश के वादे, अधिकांश विद्यालयों में नहीं बनता मिड डे मील

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फर्रुखाबाद: प्रदेश में भ्रष्टाचार का नामो निशान मिटाकर विकास करने का वादा करने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार भी इन राशन व शिक्षा माफियाओं के सामने बौनी साबित हो रही है। बसपा सरकार से भी बदतर हालत इस समय प्राइमरी विद्यालयों की हो गयी है। जनपद के अधिकांश विद्यालयों में मिड डे मील नहीं बनता। सफाई कर्मचारी के तो कभी दर्शन नहीं हो सकते। प्रधान को सत्यापन के समय जरूर होते होंगे वह भी रात में चोरी छिपे। प्राइमरी अध्यापक भी अपने मनमानी पर उतारू हैं।

आज जेएनआई रिपोर्टर अनिल मिश्रा द्वारा किये गये क्षेत्र के भ्रमण में प्राइमरी विद्यालयों व जूनियर विद्यालयों की जो स्थिति सामने आयी है उससे खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षा की हालत क्या है-

प्राइमरी विद्यालय कमरुद्दीन नगर में इंचार्ज प्रधानाध्यापक संदीप कुमार बाथम, रशमी पाण्डेय सहायक अध्यापक, अवनीन्द्र यादव, रेखा कुमारी शिक्षामित्र तैनात हैं। जिनमें से रश्मि पाण्डेय प्रसूति अवकाश पर चल रही हैं व संदीप बाथम भी विद्यालय से गायब मिले। विद्यालय में मिड डे मील के नाम पर धुअंा तक नहीं उठता। ड्रेस अब तक नहीं बांटी गयी है। वहीं शिक्षामित्रों का कहना है कि विद्यालय में फर्नीचर का इतना अभाव है कि अगर कोई अधिकारी आ जाये तो उसके लिए भी कुर्सी नहीं है।

प्राइमरी विद्यालय अर्जुन नगला में प्रवेश कुमार प्रधानाध्यापक, बबलेश कुमार शिक्षामित्र तैनात हैं। विद्यालय में मिडडे मील नहीं बनता है। छात्रवृत्ति नहीं बांटी गयी है।

प्राइमरी विद्यालय बिलहा में महावीर सिंह प्रधानाध्यापक है।, राजेश कुमार सहायक अध्यापक, अवनीश कुमार शिक्षामित्र, सदावती शिक्षामित्र, एमडीएम नहीं बनता, ड्रेस नहीं बंटी, बजीफा आधे बच्चों को नहीं मिला है।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय बिलहा में राजरानी प्रधानाध्यापक, बृजमोहन, अबधेश सिंह सहायक अध्यापक पद पर तैनात है। विद्यालय में बच्चों को बांटे जाने के लिए ड्रेसें रखीं है लेकिन अभी तक बांटी नहीं गयीं है। बजीफा भी नहीं बांटा गया है। प्रधानाध्यापक का कहना है कि बजीफा प्रधान के अंडर में है। जो प्रधान अभी तक बांट नहीं रहे हैं।

प्राइमरी विद्यालय कमलाईपुर में नीतू श्रीवास्तव, श्रवण कुमार शिक्षामित्र अनुपस्थित मिलीं। नीरज शिक्षामित्र उपस्थित थी। जिन्होंने बताया कि मिड डे मील नहीं बनता है। अभी तक किसी भी बच्चे को बजीफा नहीं बांटा गया है।

प्राइमरी विद्यालय हल्दीखेड़ा में प्रधानाध्यापक कृष्ण बिहारी तीन दिन के अवकाश पर हैं। सुमन सहायक अध्यापिका परीक्षा डयूटी पर हैं। अबधेश शिक्षामित्र उपस्थित थे। जिन्होंने बताया कि एमडीएम राशन की कमी से नहीं बनता है। बजीफा आधे बच्चों को ही मिला है।

पूर्व माध्यमिक विद्य़ालय हल्दीखेड़ा में विद्याशरन प्रधानाध्यापक,  राधेश्याम शर्मा, भरतलाल सहायक अध्यापक हैं। भरतलाल परीक्षा ड्यूटी पर हैं। बजीफा 98 बच्चों में से 29 बच्चों को ही मिलता है। प्रधान की मिलीभगत से सफाईकर्मी बिलकुल नहीं आता।

प्राइमरी विद्यालय सबितापुर बिहारीपुर में रामशंकर प्रधानाध्यापक, आरती सहायक अध्यापक हैं। आरती परीक्षा ड्यूटी पर चल रहीं हैं। बीरभान शिक्षामित्र पद पर तैनात हैं। बजीफा आधे बच्चों को ही मिला हैं। कुल छात्र संख्या 69 है। गेहूं 7 किलो व चावल 21 किलो आता है। जबकि गेहूं का खर्चा है 24 किलो 100 ग्राम और चावल का खर्चा 44 किलो 700 ग्राम।

प्राइमरी विद्यालय हरिकरनपुर में किरनगुप्ता इंचार्ज प्रधानाध्यापक हैं वह भी प्रसूति अवकाश पर चल रहीं हैं। उदयबीर सिंह, अर्चना राजपूत शिक्षामित्र हैं। एमडीएम नहीं बनता, बजीफा केवल एससी छात्रों को ही मिला है।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय होतेपुर में आशारानी सक्सेना प्रधानाध्यापक पद पर तैनात हैं जो परीक्षा ड्यूटी पर हैं। प्रदीप कुमार सहायक अध्यापक, महेश कुमार सहायक अध्यापक भी परीक्षा ड्यूटी कर रहे हैं। एमडीएम बनता है। बजीफा आधे बच्चों को ही मिल पाया है।

प्राइमरी विद्यालय होतेपुर में ऋषीदेव प्रधानाध्यापक पद पर तैनात हैं। शिक्षामित्र योजना राजपूत अनुपस्थित मिलीं। किसी भी बच्चे को अभी तक बजीफा नहीं मिला है।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर पल्लापुर में जान फातमा सहायक अध्यापक, नीलेन्द्र कुमार सहायक अध्यापक विद्यालय से गायब मिले। ड्रेस बैग केवल बालिकाओं को ही दी गयी है। बजीफा पिछड़ा वर्ग के बच्चों को अभी तक नहीं दिया गया है।

प्राइमरी विद्यालय सुल्तानपुर पलनापुर इंचार्ज प्रधानाध्यापक जसविंदर, विजय लक्ष्मी शिक्षामित्र, कैलाश शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। कक्षा एक के बच्चों को अभी तक बजीफा नहीं मिला है।