संसद और सरकार भले ही भ्रष्टचार विरोधी आंदोलन चलाने वाले अन्ना हजारे और उनकी टीम के खिलाफ हो, लेकिन सीबीएसई के स्कूलों के पाठ्यक्रम में अन्ना को दूसरा गांधी बताया गया है। एनसीआर के स्कूलों में मौजूदा शैक्षणिक सत्र में सातवीं और आठवीं कक्षा की सामान्य ज्ञान किताब में अन्ना हजारे से संबंधित एक अध्याय जोड़ा गया है । सातवीं के छात्रों के लिए व्यापक और निरंतर मूल्यांकन के तहत ‘अन्ना हजारे : दूसरा गांधी’ अध्याय में कहा गया है , ‘हजारे भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो 2011 को देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भागीदारी के लिए जाने जाते हैं ।’ धीरेन एम. जोशी द्वारा लिखित और निजी प्रकाशन से प्रकाशित इस किताब का शीर्षक मेरा भारत है । वहीं, आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए सामान्य जागरुकता पर हजारे और उनकी टीम द्वारा प्रस्तावित जनलोक पाल विधेयक की मुख्य विशेषताओं का वर्णन किया गया है । बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा किऐसा कोई पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं किया गया है । सीबीएसई और एनसीईआरटी किताबें और पाठ्यक्रम तय करती है , लेकिन स्कूलों को निर्देशित नहीं कर सकती।