फर्रुखाबादः पेशी पर लाये गये जिला जेल के बंदी ने जहरीली डाई पी ली। जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी। बेहोशी की हालत में बंदी को सिपाही श्यामबिहारी ने लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया है।बंदी का कहना है कि उसने जेल प्रशासन से तंग आकर जहरीली डाई पी है। बंदी अपनी ही पत्नी व बच्चों की हत्या के मामले में जेल गया है।
शहर क्षेत्र के मोहल्ला अढ़तियान निवासी संदीप पुत्र जगदीश प्रसाद दीक्षित ने जेल की अव्यवस्थाओं को लेकर पेशी से वापस आते समय डाई पी ली। जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी। बंदी संदीप पर अपनी ही पत्नी रीतू व बच्चों की हत्या का मामला अदालत में चल रहा है। 31 अक्टूबर 2011 को संदीप जिला जेल में ले जाया गया था। संदीप ने जेल प्रशासन पर धोखाधड़ी के साथ ही खाने में घटिया सामग्री के अलावा, मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इसी बात से खिन्न होकर संदीप ने पेशी पर लौटने के दौरान डाई पी ली। जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी। हालत गंभीर होने पर उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बंदी को लेकर आये सिपाही श्याम बिहारी ने बताया कि संदीप जेल के अंदर से ही डाई लेकर आया था। अगर बंदी की जेब में डाई की सूचना पुलिस को थी तो उसकी तलाशी क्यों नहीं ली गयी।
विदित हो कि कानपुर के नौबस्ता निवासी राजकुमारी गुप्ता व उसकी बेटी कोमल गुप्ता की ह्त्या कर शव विधूना क्षेत्र में डाल दिया गया था। वहीं शहर के पल्ला पार्क स्थित जवाहरलाल नेहरू स्कूल की छत पर गोलू की मोहल्ला अढ़तियान निवासी संदीप दीक्षित ने हत्या कर दी थी। कानपुर में दोहरा मर्डर करने के बाद गोलू को बहला-फुसलाकर संदीप फर्रुखाबाद ले आया था जहां उसकी ह्त्या कर दी थी। इसी तिहरे हत्याकाण्ड में संदीप पांच माह से जिला कारागार में बंद था। जिस आरोप को संदीप ने बखूबी मीडिया के सामने स्वीकार भी किया था। हत्या प्रेम सम्बंधों को लेकर की गयीं थीं।
बंदी के पास कहां से आयी डाई
फर्रुखाबादः बीते दिन जिला जेल का औचक निरीक्षण डीएम ने किया था। स्पष्ट रूप से कहा गया था कि जेल में कोई भी आपत्ति जनक वस्तु नहीं मिली। इसके बावजूद संदीप के पास डाई का पैकिट कहां से आ गया। जेल से सुबह पेशी पर ले जाते समय बंदी के द्वारा डाई पी लेना प्रशासन की लापरवाही का जीता जागता सबूत है।
वहीं शातिर कैदी संदीप ने बताया कि वह जेल से डाई लेकर नहीं आया था वल्कि पेशी के दौरान उसने जुगाड़ से डाई मंगा ली थी। ऐसे में पेशी पर लाने वाले सिपाहियों की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। कैदी डाई मंगाने की जुगाड़ लगाता रहा और सिपाही मौज मस्ती लेते रहे। अब देखना है कि प्रशासन इन सिपाहियों पर क्या कार्रवाई करता है।
डीएम समस्या सुन लेते तो नहीं पीता डाई : राजेश
तेहरे हत्याकाण्ड के आरोपी राजेश ने बताया कि कल डीएम सच्चिदानंद दुबे व जनपद न्यायाधीश दिलीप सिंह जब जिला कारागार में निरीक्षण के लिए पहुंचे तो हम लोगों में इस बात को लेकर खुशी हुई कि कम से कम हम लोगों की समस्यायें तो सुनी जायेंगीं लेकिन सभी अधिकारी हम लोगों से मुहं फेरकर गुजर गये। न ही उन्हें दाल में पानी नजर आया और न कच्ची रोटियां। जेल के कई बैरिकों में पंखे ही नहीं हैं और जो हैं वह भी खराब हैं। रात भर मच्छर परेशान करते हैं। जेल के गेट से लेकर अंदर तक बखूबी वसूली भी जारी है। इन सारी बातों के बाद भी अधिकारियों को जेल के अंदर कोई कमी नजर नहीं आयी और जब हम लोगों ने कुछ कहना चाहा तो अधिकारीगणमुहं फेर कर चले गये। मजबूरन हमें यह कदम उठाना पड़ा। उपचार के दौरान बंदी जिलाधिकारी को बुलाने की मांग करता रहा। फिलहाल राजेश की हालत गंभीर बनी हुई है।