फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी सच्चिदानंद दुबे ने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उपस्थित चिकित्सकों, कर्मचारियों व अधिकारियों से कहा कि संविदा पर रखे गये चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान सेवाओं का मूल्यांकन करने के उपरांत ही किया जाये।
उन्होंने कहा कि अक्सर चिकित्सा सेवाओं व चिकित्सकों की उपस्थिति के विषय में शिकायतें प्राप्त होती हैं। इसलिए सर्व प्रथम सभी सेवाओं का मूल्यांकन कर लिया जाये। अच्छा कार्य करने वालों को मानदेय का भुगतान किया जाय और खराब कार्य करने वालों की संविदा समाप्त करने की कार्यवाही की जाये।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर सिंह को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जो कार्यक्रम आयोजित कराये जायें उसमें पारदर्शिता दिखायी पड़े। जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों को नियमानुसार भुगतान किया जाये। बच्चों का टीकाकरण स्कूल हेल्थ कार्यक्रम अभियान के रूप में चलाये जायें। क्षय रोगियों के बलगम का परीक्षण अथवा निवारण अतिशीघ्र कराया जाये। नेत्र परीक्षण भी सुचारू रूप से करवाया जाये।
मुख्य विकास अधिकारी चन्द्रकांत पाण्डेय ने कहा कि जनपद में स्थापित चिकित्सालयों में ए एन एम चिकित्सक में से कोई एक अवश्य तैनात हो तथा दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था रहे। क्योंकि ग्रीष्म ऋतु में तमाम संक्रामक रोग फैलते हैं। जिनका उपचार आवश्यक है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 रामबीर ने कहा कि अंधता निवारण, स्कूल हेल्थ कार्यक्रम जब भी चलाये जाते हैं उनका प्रचार कराया जाता है।