प्रशासन व राजनेताओं की उपेक्षा के शिकार भोपतपट्टी के लोग

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फर्रुखाबादः राजनेता आये और चले गये प्रशासन ने भी कई बार भोपतपट्टी के निवासियों की समस्याओं पर हामी तो भरी लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। बात की जा रही है शहर क्षेत्र के बार्ड नम्बर 9 में लगने वाले मोहल्ला भोपतपट्टी की। जोकि वर्षों से शहर क्षेत्र में होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र की बिजली की आपूर्ति से परेशान है। जिसको लेकर कई बार लोगों ने आला अधिकारियों व राजनेताओं से शिकायत भी की। लेकिन त्वरित निराकरण के आदेश न होकर सिर्फ आश्वासन ही मिला। आज अनायास ही लोगों ने कहा कि अगर चुनाव से पहले मोहल्ले की बिजली व्यवस्था दुुरुस्त न हुई तो नगर पालिका चुनाव का बहिस्कार करेंगे।

मोहल्ले वासियों ने बताया कि यहां की बिजली व्यवस्था दुरुस्त कराने के लिए हम लोगों ने कई बार सड़क जाम कर आंदोलन किया। जिसके बाद समस्या को सुलझाना तो दूर उल्टा सम्बंधित अधिकारियों ने हम लोगों पर ही कार्यवाही करने की चेतावनी दे डाली। चुनाव से पूर्व सातनपुर मण्डी के सामने भी हम लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया था। उस दौरान एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर हम लोगों को एक महीने का समय बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मांगा था। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही होती नहीं दिख रही है।

भोपतपट्टी निवासी राजबहादुर, सुनील, रवी, अखिलेश दीक्षित, अनिल, अतुल, बिट्टू, प्रेम मोहन कटियार आदि कई लोगों से इस सम्बंध में बातचीत करने पर उनकी परेशानी छलक कर सामने आयी। उक्त मोहल्ले वासियों ने बताया कि 24 घंटे में मात्र आठ घंटे बिजली मिल रही है। उसमें भी रात के 11 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक बिजली आती है और अब तो हफ्ता दर हफ्ता समय बदलता रहता है। हाईस्कूल व इंटर मीडिएट की परीक्षायें चल रहीं हैं। जिससे बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मोहल्ले वासियों ने बताया कि इस सम्बंध में नगर पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल से भी बातचीत की गयी तो उन्होंने भी सिर्फ आश्वासन देकर हम लोगों को टरका दिया। कुछ लोगों 1991-93 की याद करते हुए कहा कि ब्रहृमदत्त द्विवेदी के समय बिजली की व्यवस्था बिलकुल दुरुस्त थी। उसके बाद से आज तक बिजली की चरमराई व्यवस्था न तो कोई राजनेता दुरुस्त करा पाया और न ही प्रशासन ने हम लोगों की सुधि ली। मोहल्ले वासियों ने सख्त लहजे में कह दिया कि यदि बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो आने वाले नगर पालिका के चुनाव का वे लोग बहिस्कार करेंगे।