Tuesday, March 11, 2025
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क्षेत्र में एक ट्रेन तक नहीं चलवा सके जनप्रतिनिधि: संतोष भारती

फर्रुखाबादः एडवोकेट जवाहर सिंह गंगवार की पुस्तक शिलालेख के विमोचन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व सांसद संतोष भारती ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के जनप्रतिनिधि एक ट्रेन तक नहीं चलवा सकते। उन्होंने नौजवानों को गलत राजनीति उखाड़ फेंकने का आहृवान किया।

संतोष भारती ने कहा कि इस समाज में कुछ दिन बाद भूकम्प आने वाला है। क्योंकि नौजवान के अंदर जो आग धधक रही है उसको आने वाले दिनों में करके युवा पीढी दिखला देगी। उन्होंने राजनीतिक लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि आप अपने तौर तरीके अगर नहीं बदलेंगे तो नौजवानों द्वारा आपको दिया गया यह आखिरी मौका है। देश के कुल मतदाताओं में से अधिकतर नौजवान ही हैं। जिनके दम पर समाज जल्द ही बदलेगा।

उन्होंने कहा कि अब समझौतावादी नीति बिलकुल नहीं चलेगी। फर्रुखाबाद का विकास होकर रहेगा। इस दौरान उन्होंने फर्रुखाबाद के सत्ताधारी मंत्रियों पर हमला बोलते हुए कहा कि जब वह फर्रुखाबाद में लगातार एक ट्रेन तक नहीं चला सके तो इसी बात से उनकी लायक होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।

इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के बारे में कहा कि जिस तरह इंजीनियर मशीन खराब होने से पहले ही उसका पुर्जा ठीक कर उसे फिर से नया कर देता है उसी तरह पत्रकार वह इंजीनियर है जो समाज में शुरू होने वाले गलत कामों को शुरू होने से पहले ही अपनी कलम चलाकर ठीक करता है।

इस अवसर पर अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधान परिषद सदस्य हरिनाथ सिंह यादव ने कहा कि शिलालेख में सामाजिक आर्थिक धार्मिक विषमताओं को दूर करने के लिए तथा समतामूलक समाज की स्थापना करने की बात अच्छे प्रकार से समाहित की गई है मैं इन विचारो से सहमत हू।

उन्होंने पुस्तक में लिखे हुए बिंदुओं की सराहना की। कार्यक्रम में समीक्षक एनकेएस राठौर, श्याम निर्मोही, डा. राम कृष्ण राजपूत ने शिलालेख पुस्तक के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करते हुए कहा कि देश की आजादी गुलामी में बदली, इसका कारण वर्ण व्यवस्था है। यह लिखने की बात हिम्मत जुटाकर लेखक जवाहर सिंह गंगवार ने की और वास्तविकता बताई। डा. ब्रहमदत्त अवस्थी ने कहा कि क्रांतिकारी चिंतक ही सही बात को लिख सकता है जो शिलालेख में देखने को मिली है।

डा. आशा दुबे ने शीतल प्रसाद गंगवार द्वारा रचित कविता ‘दो दिन खेल गया उपवन में…….. का सस्वर वाचन कर लोगों की तालियां बटोरी। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि संतोष भारतीय, अध्यक्ष पूर्व विधान परिषद सदस्य हरिनाथ सिंह यादव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया।

मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण प्रभुदयाल एडवोकेट, नानक चंद, राम दत्त बौद्ध, जनार्दन कटियार एडवोकेट, सुरेश त्रिवेदी, रमाकांत कटियार, शरद कटियार, अशोक कटियार, विनय शर्मा आदि ने किया।

कार्यक्रम के अंत में अभिंव्यजंना द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम करने वाली छात्राओं को मुख्य अतिथि ने प्रतीक चिंह देकर सम्मानित किया। लेखक जवाहर सिंह गंगवार ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन डा. राजकुमार सिंह ने किया।

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