फेसबुक पर बधाई- जीत गए तो साथ हो गए वर्ना…

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फर्रुखाबाद: चुनाव में अन्ना समर्थक और साफ़ सुथरी छवि की दरकार के पर्चे छपवाने वाले भी विधायको के जीतने पर बधाई दे रहे है| ये किसके साथ थे कैसे लोग चाहते थे इसकी कलई खुल गयी| मुह में राम बगल में छुरी वाली कहावते चरितार्थ करते नगर के कुछ कथित समाजसेवियो का चेहरा भी बेनकाब होते दिखा| जे एन आई इस बात से बिलकुल इत्तिफाक नहीं रखता कि जिन्हें वे कोस रहे थे सही कर रहे थे| महफ़िलो और बौद्धिक मीटिंगों में नेताओ को पानी पी पी कर कोसने वाले भी विजय सिंह के साथी नजर आ रहे है| नजर अनायास ही फेसबुक पड़ गयी तो पत्ते खुल गए| ऐसे ही एक मेजर के शुभचिंतक जे-एन-आई को बार बार फोन कर मेजर की जीत का समाचार सुनना चाह रहे थे| 18वे चक्र में हमने कहा मेजर जीत जाए तो आपकी और से बधाई सन्देश चला दे तो उनकी पुंगी बज गयी बोले अनुपम जीते तो चला देना| वाह से डरपोक फर्रुखाबाद की जनता| जिसके साथ दिल से हो खुल कर रहो वर्मा ये जुमला बदनाम न करो- “खुला खेल फर्रुखाबाद”| एक नजर फेसबुक की बधाई का-