वित्तीय अनियमितता में निलंबन के बाद भी लिपिक को कैशियर का चार्ज

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फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल में वित्तीय अनियमितता व घोटाले के आरोपों में निलंबित लिपक प्रदीप कुमार को निदेशालय स्तर से जांच के बाद निंलंबित कर दिये जाने के बावजूद मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में यही बाबू ठाठ से कैशियर का काम देख रहा है। विगत 28 फरवरी के आदेश की प्रति JNI कार्यालय में तो उपलब्ध है परंतु अभी सीएमओ साहब के अनुसार उनको आदेश की प्रति नहीं मिली है।

विदित है कि लोहिया अस्पताल में महिला स्वास्थ्य कर्मियों के एरियर की धनराशि को गलत खाते में डालकर एक माह तक भुगतान बाधित रखने, भुगतान के लिये पैसे मांगने व शराब पीकर कार्यालय में अनुशासनहीनता के आरोपों में स्वास्थ्य निदेशक रामजी लाल ने लिपिक प्रदीप कुमार को विगत २८ फरवरी को ही निंलंबित कर दिया था। इसके बावजूद लिपिक को अपर निदेशक कार्यालय कानपुर के लिये कार्यमुक्त करना तो दूर उससे बाकायदा मुख्य चिकित्सा कार्यालय में कैशियर का काम लिया जा रहा है। सीएमओ डा. कमलेश कुमार से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनको प्रदीप के निलंबन की जानकारी तो है परंतु अभी तक उनको निंलंबन आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। आदेश प्राप्त होते ही प्रदीप को कार्यमुक्त कर दिया जायेगा।