फर्रुखाबाद: आलू में झुलसा और चेचक के असर ने ग्रामीण किसानों पर तो असर डाला ही साथ ही साथ उसका असर बड़े व्यापारी व कोल्ड स्टोरेज मालिकों पर भी पड़ना तय है। इस बार आलू की कम आमद की बजह से कोल्डों का भण्डारण पूर्ण नहीं हो पा रहा है। वहीं कोल्ड मालिक गांव-गांव अपने प्रतिनिधियों को भेजकर बारदाना व रुपये बांट कर किसानों को प्रलोभन दे रहे हैं।
आलू की कम आमद से जनपद में 61 कोल्ड स्टोरेज में से महज दो चार कोल्ड स्टोरेज ही भर पाने के आसार नजर आ रहे हैं।
आलू विकास अधिकारी एम सी भारती ने बताया कि 2009 में आलू दो हजार रुपये कुन्तल तक बिका था। इस बार ठीक से उत्पादन न हो पाने के कारण आलू व्यापारियों को तो आलू जैसे-तैसे उपलब्ध हो रहा है कोल्डों की स्थिति भरने लायक नहीं है। पिछले वर्ष आलू का उत्पादन 10.35 लाख मीट्रिक टन हुआ था। इस बार आलू का उत्पादन 9.05 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अभी तक कोल्ड स्टोरेजों में 26 प्रतिशत भण्डारण हुआ है। जबकि 40 प्रतिशत से अधिक भण्डारण इस समय तक हो जाना चाहिए था। इस बार कोल्ड स्टोरेज भाड़े में भी 10 रुपये का इजाफा हुआ है।
वहीं कोल्ड स्टोरेज मालिकों से बात करने पर यह बात बिल्कुल स्पष्ट हो गयी कि शीतगृहों में इस बार लगभग 80 प्रतिशत से कम ही भण्डारण हो सकेगा।
घटियाघाट चौराहा स्थित श्रीराम कोल्ड स्टोरेज के मैनेजर प्रवीन शुक्ला ने बताया कि दो लाख की क्षमता वाले इस कोल्ड स्टोरेज में मात्र 30 हजार पैकिट ही आये हैं। उन्होंने कोल्डों के न भर पाने की संभावना जतायी है।
एम डी कोल्ड स्टोरेज के मालिक श्यामपाल यादव के अनुसार एम डी कोल्ड अभी तक 70 प्रतिशत तक भर चुका है। क्षेत्र के महावीर, श्याम कोल्ड स्टोरेज व सुशीला कोल्ड स्टोरेज तकरीबन पूरे भरने के आसार हैं।
वहीं रखा रोड स्थित कास्तकार कोल्ड स्टोरेज के मालिक दृगपाल सिंह बॉबी ने बताया कि आलू में अभी चुनाव के चक्कर में आलू नहीं खोद सका। इसके बावजूद आलू की कम पैदावार की बजह से उनके कोल्ड में आमद कम है। बॉबी ने बताया कि कास्तकार कोल्ड स्टोरेज में पौने दो लाख पैकिट भण्डारण क्षमता है। जिसमें अभी तक एक लाख पैकिट ही भण्डारित हुआ है। पिछले वर्ष इन दिनों में ज्यादातर भण्डारण हो चुका था।
एस आर कोल्ड स्टोरेज नेकपुर चौरासी के मालिक सुरेशचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि उनके शीतगृह में दो लाख 80 हजार आलू पैकिट भण्डारण की क्षमता है। जिसमें एक लाख 20 हजार आलू पैकिट आ चुके हैं।
वहीं रखा रोड स्थित एम आर कोल्ड स्टोरेज के मैनेजर संजय कटियार ने बताया कि इस बार कोल्ड स्टोर व्यवहार पर ही भर पायेंगे। अन्यथा कोल्डों का भरना संभव नहीं है। एम आर कोल्ड में एक लाख पैकिट भण्डारण की क्षमता है। 72 हजार पैकिट आलू आ चुका है।
शहर के नामी कोल्डों में गिने जाने वाले नवभारत कोल्डस्टोरेज की स्थिति भी उक्त कोल्डों जैसी है।
ग्रामीणों को कोल्ड में आलू लाने के लिए अब कोल्ड मालिकों ने गांव-गांव पैसे व बारदाना देने का लालच पैदा कर किसी तरह कोल्ड को भरने की जुगत में लग गये हैं।