कर्नाटक विधानसभा में सदन के अंदर मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखने के आरोपी भाजपा के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले इन तीन मंत्रियों में सहकारिता मंत्री लक्ष्मण सवदी, महिला बाल कल्याण मंत्री सीसी पाटील और पर्यावरण एवं बंदरगाह मंत्री जे. कृष्णा पालेमार शामिल हैं।
मालूम हो कि उक्त तीनों मंत्री मंगलवार को विधानसभा में अपने मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देखते मीडिया के कैमरे में कैद हो गए थे। इस घटना से सत्तारुढ़ भाजपा को काफी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा है। कन्नड़ टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया कि विधानसभा में जब उत्तरी कर्नाटक में हाल ही में एक हिंदू समर्थक समूह द्वारा कथित रूप से पाकिस्तानी राष्ट्रध्वज के फहराने पर चर्चा हो रही थी, उस समय लक्ष्मण सावदी अपने बगल में बैठे महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सीसी पाटील और कृष्णा पालेमार के साथ मोबाइल पर अश्लील वीडियो देख रहे थे।
सवदी और पाटील ने दावा किया कि मोबाइल में अश्लील सामग्री नहीं थी बल्कि विदेश में एक महिला की बलात्कार और हत्या के दृश्य थे जिसे वे देख रहे थे। दोनों मंत्रियों ने कहा कि वे यह समझने के लिए उक्त वीडियो को देख रहे थे कि कथित सेक्स को लेकर हुए विवाद में कैसे इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं।
इस घटना को लेकर राज्य भर में लोग सदमे में आ गए और सवदी और पाटील की निंदा की। विपक्षी पार्टियों ने दोनों मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और उन्हें विधानसभा से निष्कासित करने की मांग की थी। विधानसभा में हुई इस घटना के टेलीविजन पर प्रसारित होने के कुछ ही घंटों के भीतर कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सवदी के आवास पर पत्थर भी फेंके। मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने मामले की जांच और कार्रवाई करने के लिए विधानसभा के अध्यक्ष के.जी. बोपैया को अधिकृत किया है। बोपैया ने कहा कि विधानसभा में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।