फर्रुखाबादः मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम नदौरा में बीते 3 फरवरी को दोहरे हत्या काण्ड के मामले में गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस कार्यालय पहुंचे पीड़ितों को वहां पर पहले से मौजूद नामजद अभियुक्त के पिता व पूर्व सपा जिलाध्यक्ष दलगंजन सिंह यादव का उनसे वहीं विवाद होने लगा। बाद में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर उनको शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार कर लिया।
बीते 3 फरवरी को ग्राम नदौरा निवासी अमर सिंह यादव व नगला धम्मी निवासी मानसिंह यादव की हत्या हो गयी थी। जिस पर परिजनों ने पूर्व सपा जिलाध्यक्ष दलगंजन सिंह के पुत्र नाजर सिंह, राजू उर्फ राजेश पुत्र दलगंजन सिंह, संजू पुत्र आशाराम, रामू उर्फ अक्षय प्रताप पुत्र बालकराम, मंजीत सिंह उर्फ बबलू पुत्र रामसेवक, सर्वेश उर्फ पप्पू पुत्र श्रीकृष्ण, अनिल पुत्र रामचन्द्र, चन्द्रमोहन पुत्र सेवकराम, अनिल पुत्र रामचन्द्र के खिलाफ हत्या के मामले में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। अभियुक्तों की अभी तक गिरफ्तारी न होने से मृतकों के परिजन ग्रामीणों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय शिकायत करने पहुंचे।
मृतक अमर सिंह की पुत्री विनीता व पुत्र पंकज, नीरज के अलावा अन्य कई परिजन पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता से मिलने के लिए उनके कार्यालय पहुंचे उन्होंने एस पी से शिकायत की कि अभियुक्त रिपोर्ट होने के बावजूद भी खुलेआम घूम रहे हैं व आज अभियुक्तों द्वारा हम लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी गयी।
तभी अचानक दलगंजन सिंह भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एसपी से मुलाकात की। किसी बात को लेकर दलगंजन सिंह से पुलिस अधीक्षक की कहासुनी हो गयी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दलगंजन सिंह को शांति भंग की धारा 151 के अन्तर्गत कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सायंकाल उनको नगर मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां जमानती न आने के कारण उनको जेल भेज दिया गया।