फर्रुखाबादः राममनोहर लोहिया अस्पताल के कर्मचारियों के क्रिया कलापों को लेकर चर्चा में बना ही रहता है। कभी मरीजों से दवाइयां बाहर से मंगाये जाने को लेकर तो कभी मरीजों के साथ लापरवाही बरतने को लेकर। यहां तक तो ठीक था लेकिन आज जो मामला प्रकाश में आया वह काफी विचारणीय है। लोहिया अस्पताल के मरीजों के खाने के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसको लेकर आज मरीजों ने लोहिया अस्पताल में हंगामा काटा।
ठेकेदार और लोहिया अस्पताल के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते अब गरीब मरीजों को खाने के साथ अच्छी कमाई के चक्कर में खिलवाड़ किया जा रहा है। गाड़ी कमाई के चक्कर में मरीजों को पेट भर भोजन तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते मरीज पेट भर रोटी की तलाश में बाजारों के होटलों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
आज मरीजों के सब्र का बांध टूट गया तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया और खाना ठेकेदार को जमकर हड़काया। मरीजों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार उन्हें मानक के अनुसार दूध नहीं दे रहा है। एक किलो दूध की जगह पर मात्र गला भिगोने के लिए 300 ग्राम दूध ही उपलब्ध कराया जा रहा है।
ठेकेदार फूल सिंह के अनुसार अस्पताल में मात्र 30 मरीज हैं। जबकि आपरेशन व अन्य बार्ड को मिलाकर तकरीबन 49 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। जिनको ठेकेदार व अस्पताल प्रशासन के भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ रहा है।
महिला सीएमएस सुमन सिंह ने बताया कि मरीजों ने झूठा आरोप लगाया है। सभी को पर्याप्त मात्रा में खाना व दूध मिल रहा है। 1 फरवरी से रसोइया की कमी के चलते मरीजों को एक टाइम भोजन मिल पा रहा था। मेरे पास खाने के बजट को लेकर कोई समस्या नहीं है।