फर्रुखाबादः लोहिया अस्पताल के डाक्टर व कर्मचारियों की मनमानी की कहानियां यूं तो आम हैं लेकिन इनकी मनमानी व लापरवाही के शिकार शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मुरहास कन्हैया निवासी अजय प्रताप सिंह पुत्र बाकेलाल सिंह की शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके पाण्डेय ने शुक्रवार को बयान दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
ग्राम मुरहास कन्हैया निवासी अजय प्रताप सिंह की शिकायत पर JNI ने गुरुवार को समाचार प्रकाशित किया था। समाचार के बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अस्पताल के सामने स्थित एक निजी एक्सरे क्लिनिक पर छापा मारा था। छापे की भनक लगते ही डा. गर्ग व एक्स-रे क्लीनिक संचाल हट गये थे। शुक्रवार को सीएमएस के सामने बयान दर्ज कराने के दौरान शिकायत कर्ता ने अपने बयान में कहा है कि वह बीते दिन लोहिया अस्पताल में कमरा नम्बर 33 में डा0 के पी गर्ग से इलाज के लिए गया था। लेकिन डा0 के पी गर्ग कमरा नम्बर 33 में नहीं मिले। जब इस सम्बन्ध में अन्य मरीजों से पूछताछ की तो पता चला कि डा0 के पी गर्ग लोहिया अस्पताल के पास में ही स्थित शकुन एक्सरे पर मरीजों को देख रहे हैं। जब इस बारे में डा0 के पी गर्ग से बात करने पहुंचा तो उन्होंने कहा कि लोहिया अस्पताल के मरीजों को देखते-देखते थक गया हूं इसलिए स्पेशल मरीज देखने आया हूं।
इस बारे में जब सी एम एस से शिकायत करने की बात कही तो उन्होंने कहा कि सीएमएस महोदय खुद इस काम में हिस्सा (नेग) लेते हैं तभी तो बाहर मरीज देखता हूं। जिससे सीएमएस से शिकायत करने से कोई फायदा नहीं मिलेगा। अजय प्रताप ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 आर एम सी से डा0 के पी गर्ग के खिलाफ अति शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की है।