फर्रुखाबाद: देश के संविधान निर्माता के तौर पर पचाने जाने वाले बाबा साहब अंबेडकर को आखिर गंणतंतत्र दिवस पर उनके नाम पर राजनीति करने वाले बसपाई ही भूल गये। विधान सभा चुनाव की व्यस्तताओं के बीच किसी को कार्यक्रम आयोजित करना तो दूर उनकी प्रतिमा पर दो फूल चढाने तक की याद नहीं आयी।
गणतंत्र दिवस को भारत द्वारा अपने संविधान को अंगीकार करने की वर्षगांठ के रुप में मनाया जाता है। बाबा साहब अंबेडकर को इस देश में संविधान निर्माता के तौर पर याद किया जाता है। बाद में अंबेडकर के नाम पर बसपा द्वारा राजनीति शुरू कर देने के बाद अंबेडकर को बसपा का नेता समझा जाने लगा। परंतु विडंबना यह है कि गंणतंत्र दिवस पर विधान सभा चुनाव की व्यस्ताता के चलते यही बसपाई तक अंबेडकर को याद करने का समय नहीं निकाल सके। गणतंत्र दिवस पर अंबेडकर की स्मृति में कोई कार्यक्रम आयोजित करना ता दूर किसी को उनकी प्रतिमा पर दो फूल चढाने तक की याद नहीं आयी।