पहले बाबा रामदेव ने कहा था कि वो काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ ही लोगों से बात करेंगे लेकिन किसी पार्टी के खिलाफ कोई प्रचार नहीं करेंगे। लेकिन फिर केंद्र सरकार व बाद में कांग्रेस पार्टी के विरोध में खूब योग शिविर आयोजित किये। इसके बाद अब बाबा रामदेव खुलकर भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में उतर ही आये हैं।
योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि जो लोग काले धन को लाना नहीं चाहते हैं वो ही उनका विरोध कर रहे हैं। कल तक जो लोग मेरी पूजा करते थे वो ही आज मुझे लोकतंत्र का खतरा बता रहे हैं। बाबा रामदेव खुलकर ने साफ कहा कि जनता को भाजपा को चुनना चाहिए जो काले धन के मुद्दे को गंभीरता से ले। मतलब साफ था कि वो लोगों से भाजपा को वोट देने की बात कर रहे हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि कालेधन के मुद्दे पर बीजेपी हमारी मांगों से 100 फीसदी सहमत है। हालांकि वो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को भी कालेधन के मुद्दे पर गंभीर बता रहे हैं। स्वामी रामदेव का दावा है कि उन्होंने कालेधन और भ्रष्टाचार के सात मुद्दों पर सभी दलों को पत्र लिखा था, लेकिन केवल बीजेपी अध्यक्ष नीतिन गडकरी और सीपीआई नेता ए बी वर्धन ने इस मसले पर गंभीरता दिखाई।
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह लगातार यही कहते आये हैं कि बाबा रामदेव भाजपा और आरएसएस के दूत हैं लेकिन बाबा की ओर से हर बार इस बात से इंकार किया गया है। लेकिन इस बार खुद उन्होंने भाजपा की वकालत करके इस बात को हवा दे दी है।