सर्वेः देश भर में मोदी लहर, यूपी में 53 तक सीटें

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exit pollनई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2014 के लिए मतदान के सभी चरण पूरे हो चुके हैं और अब सबको इंतजार है 16 मई का जब ईवीएम मशीन खुलेंगी और देश की नई सरकार के गठन का रास्ता साफ होगा लेकिन उससे पहले आईबीएन7 के लिए सीएसडीएस ने किया है खास पोस्ट पोल सर्वे जो बताता है कि देश की जनता ने इस बार के चुनावों में कैसा जनादेश दिया है।

उत्तर प्रदेश का पोस्ट पोल सर्वे

इस बार सत्ता की चाभी उत्तर प्रदेश के हाथ में नजर आ रही है। सर्वे के मुताबिक यूपी में बीजेपी को सबसे ज्यादा 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके बाद राज्य में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी को 24, बीएसपी को 21, कांग्रेस को 10 और अन्य को 5 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक बीजेपी को सबसे ज्यादा 45 से 53 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, समाजवादी पार्टी के खाते में 13 से 17 सीटें, बीएसपी को 10 से 14 सीटें और कांग्रेस को 3 से 5 सीटें मिलने की संभावना है।

केरल का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक केरल में यूडीएफ को 45 फीसदी और एलडीएफ को 40 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। वहीं, बीजेपी को 10, आम आदमी पार्टी को 3 और अन्य को 2 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक केरल की कुल 20 लोकसभा सीटों में से 11 से 14 सीटें यूडीएफ के खाते में जा सकती हैं जबकि एलडीएफ को 6 से 9 सीटें मिलने का अनुमान है।

तमिलनाडु का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक तमिलनाडु में सत्ताधारी एआईएडीएमके को 39 फीसदी और मुख्य विपक्षी दल डीएमके को 26 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इसके अलावा बीजेपी गठजोड़ को 16, कांग्रेस को 9 और अन्य के खाते में 10 फीसदी वोट जाने का अनुमान है। पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक तमिलनाडु में मुख्यमंत्री जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके को 22 से 28 सीटें मिलने की संभावना है जबकि डीएमके को 7 से 11 सीटें और बीजेपी गठजोड़ को 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं।

तेलंगाना का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे में तेलंगाना में टीआरएस को 37 फीसदी, कांग्रेस को 31 फीसदी और टीडीपी-बीजेपी गठजोड़ को 21 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा अन्य के खाते में 10 फीसदी वोट जा सकते हैं। वोट के बाद सीटों की बात करें तो सर्वे के मुताबिक तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से टीआरएस को 8 से 12 सीटें मिलने के आसार हैं जबकि कांग्रेस को 3 से 5 और बीजेपी गठबंधन को 2 से 4 सीटें मिलने की संभावना है।
सीमांध्र का पोस्ट पोल सर्वे

सीमांध्र की बात करें तो यहां हुए पोस्ट पोल सर्वे में टीडीपी-बीजेपी गठजोड़ को 43 फीसदी और वाईएसआर कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा कांग्रेस को 7 फीसदी और अन्य को 10 फीसदी वोट मिल सकते हैं। सर्वे के मुताबिक सीमांध्र की 25 लोकसभा सीटों में से वाईएसआर कांग्रेस को 11 से 15 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं बीजेपी गठबंधन को भी 11 से 15 सीटें मिलने का अनुमान है।

कर्नाटक का पोस्ट पोल सर्वे

कर्नाटक में कांग्रेस को 43 फीसदी और बीजेपी को 38 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। जबकि जेडीएस को 14 और अन्य को 5 फीसदी वोट मिलते नजर आ रहे हैं। सर्वे की मानें तो 28 सीटों वाले कर्नाटक में कांग्रेस को 12 से 16 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी को 10 से 14 सीटें और जेडीएस को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है।

पश्चिम बंगाल का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को सबसे ज्यादा 38 फीसदी वोट मिल सकते हैं जबकि लेफ्ट को 24 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा बीजेपी को 15, कांग्रेस को 13 और अन्य को 10 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। सीटों की बात करें तो पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 25 से 31 सीटें मिल सकती हैं। लेफ्ट फ्रंट को 7 से 11 सीटें, कांग्रेस को 2 से 4 सीटें और बीजेपी को 1 से 3 सीटें मिलने के आसार हैं।

ओडिशा का पोस्ट पोल सर्वे

ओडिशा की बात करें तो यहां हुए पोस्ट पोल सर्वे में सत्ताधारी बीजू जनता दल को सबसे ज्यादा 37 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके बाद बीजेपी गठजोड़ को 29 फीसदी, कांग्रेस को 24 और अन्य को 10 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक ओडिशा में बीजेडी को 12 से 16 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि बीजेपी को 3 से 7 सीटें और कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है।

दिल्ली का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी को सबसे ज्यादा 45 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। जबकि आम आदमी पार्टी को 31 फीसदी, कांग्रेस को 17 फीसदी और अन्य के खाते में 7 फीसदी वोट जाने के आसार हैं। सीटों की बात करें तो पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक दिल्ली की सात सीटों में से बीजेपी को 5 से 7 सीटें मिल सकती हैं जबकि 0 से 2 सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में जाने का अनुमान है।
पंजाब का पोस्ट पोल सर्वे

पंजाब में पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक बीजेपी-अकाली दल गठजोड़ को सबसे ज्यादा 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। कांग्रेस गठबंधन को 29 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी को 21 फीसदी वोट और अन्य को 10 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक पंजाब की 13 सीटों में से बीजेपी-अकाली दल गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 3 से 5 सीटें और आम आदमी पार्टी को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है।

हरियाणा का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोस्ट सर्वे के मुताबिक हरियाणा में बीजेपी गठबंधन को 38 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके बाद कांग्रेस को 24 प्रतिशत, इंडियन नेशनल लोकदल को 20 प्रतिशत, बीएसपी को 5, आम आदमी पार्टी को चार और अन्य को 9 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।

हिमाचल का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे की मानें तो हिमाचल में बीजेपी को आधे से ज्यादा 51 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। जबकि कांग्रेस को 37 फीसदी और अन्य के खाते में 12 फीसदी वोट जा सकते हैं।

उत्तराखंड का पोस्ट पोल सर्वे

उत्तराखंड में हुए पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक यहां बीजेपी को सबसे ज्यादा 49 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। इसके बाद कांग्रेस को 38 फीसदी, बीएसपी को 7 फीसदी और अन्य को 6 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।

असम का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक असम में कांग्रेस गठजोड़ को 40 प्रतिशत और बीजेपी को 22 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। इसके अलावा एजीपी को 13, एआईयूडीएफ को 11 और अन्य को 14 फीसदी वोट मिल सकते हैं।

झारखंड का पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक झारखंड में बीजेपी गठजोड़ को सबसे ज्यादा 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इसके बाद कांग्रेस गठबंधन को 29, जेडीयू को 15 और अन्य के खाते में 13 फीसदी वोट जाने के आसार हैं।

क्या होता है पोस्ट पोल सर्वे

पोस्ट पोल सर्वे एक्जिट पोल से खासा अलग है। एक्जिट पोल में जहां वोट देकर बाहर निकले मतदाता से तुरंत पूछा जात है कि उसने किसे वोट दिया और इस तरह के सैंपल एकत्र कर पता लगाया जाता है कि कौन सी सीट किसी पार्टी या उम्मीदवार के खाते में जा रही है।

दूसरी ओर पोस्ट पोल सर्वे में वोटिंग के दूसरे या तीसरे दिन वोटर के घर जाकर उससे बात की जाती है और उसने किसे वोट दिया है इस बारे में पता लगाया जाता है। इससे पोस्ट पोल सर्वे एक्जिट पोल की तुलना में ज्यादा विश्वसनीय होते हैं क्योंकि उसमें वोटर द्वारा सर्वे करने वालों को किसी दबाव या डर के चलते गुमराह करने की संभावना काफी कम रहती है।

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