फर्रुखाबाद: भारतीय स्टेट बैंक की फर्रुखाबाद शाखा से 64 रुपये की ठगी के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपी प्रमाद शाक्य सोमवार को छात्रवृत्ति घोटाले के अन्य पुराने मामले में जमानत कटाकर जेल चला गया।
विगत आठ दिसम्बर को एसबीआई झांसी के ट्रेजरी एकाउंट को हैक कर 64 लाख रुपये फर्रुखबाद ब्रांच के खाता संख्या 11058732243 में ट्रांसफर करने व उसी दिन आठ-आठ लाख रुपये के आठ चेकों के माध्यम से यह धनराशि निकालने के मामले में मुख्य आरोपी प्रमोद शाक्य फरार चल रहा था। जिसमें मास्टरमाइंड जेएनवी रोड निवासी अभिलाष गुप्ता पहले से ही जेल में है। आज अभिलाष गुप्ता के सहयोगी प्रमोद शाक्य ने भी एक अन्य मामले में अदालत में आत्म समर्पण कर दिया।
अभिलाष गुप्ता ने लखनउ शाखा के कम्प्यूटर का प्रयोग कर इस घटना को अंजाम दिया। जिसमें पुलिस ने पूछताछ के दौरान अभिलाष गुप्ता के साथ घटना में शामिल बैंक कैशियर डी सी मेहरोत्रा, कनकापुर निवासी प्रमोद शाक्य को दोषी पाया। जिसमें १५ दिसम्बर को पुलिस ने मास्टरमाइन्ड अभिलाष गुप्ता, कैशियर डी सी मेहरोत्रा को जेल भेज दिया लेकिन प्रमोद शाक्य पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा।
प्रमोद शाक्य पर २९ जून २००७ को राजेपुर के कनकापुर स्थित राज बहादुर इंटर कालेज में फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप में जिला विद्यालय निरीक्षक उदयराज सिंह ने धारा २५५/०७, धारा ४२०, ४६७, ४६४, ४६८, ४६९, आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया था। प्रमोद इस मुकदमें में जमानत पर चल रहा था। जिसकी आड़ लेकर प्रमोद शाक्य ने आज अदालत में आत्म समर्पण दिया।